जांच कराकर कार्यवाही करने की मांग ।
खबर दृष्टिकोण
मिश्रित /सीतापुर। प्रदेश की योगी सरकार जहां जीरो टारलेंश पर कार्य करने का दावा कर रही है । वहीं विकासखंड मिश्रित में भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है । विकासखंड मिश्रित में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों की इच्छापूर्ती के चलते योगी सरकार के फरमान का कोई असर दिखाई नही दे रहा है । विकासखंड की ग्राम पंचायत मिश्रित देहात में तैनात ग्राम पंचायत सचिव और ग्राम प्रधान की मिली भगत के चलते प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास अपात्रों के साथ ही महिला प्रधान के ब्याहिता पुत्र व ब्याहिता पुत्री को दिए गए है । ग्राम पंचायत के मजरा ज्ञान सागर में पूर्व अध्यापिका लक्षमी देवी जो वर्तमान समय मिश्रित देहात की ग्राम प्रधान है । उनके द्वारा अपने पुत्र बबलू की पत्नी किरन को प्रधान मंत्री ग्रामीण आवास प्रदान किया गया है । इतना ही नही ब्याहिता पुत्री सुधा जिसका सीतापुर शहर के हबीबपुर मोहल्ले में दो मंजिला आवास बना हुआ है । तथा पति वीरपाल नल कूप विभाग में आपरेटर के पद पर तैनात होकर सरकारी बेतन ले रहे है । जो गांव पचव्दौरा के निवासी है । उनकी पत्नी आवास लाभार्थी सुधा भी शिक्षा मित्र के पद पर तैनात है । फिर भी इन्हे आवास लाभार्थी बना दिया जाना संबंधित ग्राम पंचायत सचिव और प्रधान की भ्रष्टता के साथ ही निर्धारित मानको की खुले आम धज्जियां उड़ा रहा है । जब कि ग्राम पंचायत में दर्जनों पात्र व्यक्ति सरकारी आवास के लाभ से वंचित चल रहे है । इस लिए यहां के ग्रामीणों ने जनपद के जिलाधिकारी और सूबे के मुखिया का ध्यान इस ओर आकर्षित कराते हुए स्थलीय जांच कराकर प्रधान व पंचायत सचिव के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने की मांग की है ।