खबर दृष्टिकोण, जिला संवाददाता अतुल कुमार श्रीवास्तव
बाराबंकी। विकास योजनाओं के धन में जमकर बंदरबांट करने वाले ग्राम प्रधान अब कूड़े कचरे की रकम भी डकारने से परहेज़ नहीं कर रहे हैं। मामले से पर्दा तब उठा जब ओडीएफ प्लस योजना के अंतर्गत चयनित ग्राम पंचायत सैदनपुर की कचरा ढोने वाली गाड़ी के चालक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसमें वह ग्राम प्रधान पर कचरे से बीन कर बेची गयी प्लास्टिक का पैसा जबरन वसूलने की बात क़ कहते हुए सुनाई पड़ रहे हैं, यह वीडियो अब तेज़ी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
ओडीएफ प्लस योजना के अंतर्गत चयनित ग्राम पंचायत सैदनपुर में गांव का कचरा उठा कर बैटरी चलित वाहन से निस्तारण केन्द्र तक ले जाया जाता है। इस काम के लिए गांव के ही दो लोग असलम और रामचन्द्र को रखा गया है। वाहन चालक असलम और कूड़ा बीनने वाले रामचन्द्र द्वारा कचरे में निकलने वाली प्लास्टिक को बेच कर अपना खर्च चलाया जा रहा था। आरोप है कि ग्रामप्रधान प्रतिनिधि मसूद रियाज़ को जब इसकी भनक लगी तो वह प्लास्टिक बेचकर मिलने वाला पैसा ख़ुद लेने लगे। मामले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमे वाहन चालक असलम हाथ मे पकड़े पैसे दिखाते हुए कहता सुना जा रहा है कि पूरे महीने इकट्ठा की गई प्लास्टिक बेच कर 2150/- रुपए मिले हैं। अब इन्हें प्रधान को देने जा रहे है। वह यह भी बता रहा है कि गाड़ी चलाने के एवज में सात हजार रुपए मिलते हैं। प्लास्टिक बेच कर मिलने वाले पैसों से कुछ हद तक घर का खर्चा चल जाता था। अब वो भी प्रधान ले लेते हैं। कहते हैं कि इसे सरकारी खजाने में जमा किया जाएगा। हालांकि यह वीडियो किसी ने असलम और रामचन्द्र की जानकारी के बिना ही चुपके से बनाकर वायरल कर दिया था, वीडियो वायरल होने से बौखलाए ग्राम प्रधान प्रतिनिधि मसूद रियाज़ ने असलम और रामचन्द्र दोनों को ही नौकरी से निकाल दिया है। जिससे दोनों को अब यह चिंता सता रही है कि घर का खर्च कैसे चलेगा। सिरौलीगौसपुर बीडीओ अदिति श्रीवास्तव से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। पंचायत सचिव से लिखित में जवाब मांगा गया है। जवाब मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।