जौनपुर, बक्शा थाना क्षेत्र के धनियामऊ बाजार में सोमवार की दोपहर वन इंडिया एटीएम के बाहर गार्ड की गोलियों से छलनी कर हत्या की सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद फरार बाइक सवार तीन में से दो लुटेरों को मंगलवार की भोर में पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। मुठभेड़ सिंगरामऊ थाना क्षेत्र में तड़के हुई जिसमें दोनों बदमाशों को अस्पताल ले जाया गया जहां उन दोनों की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार पुलिस मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों का नाम क्रमश:अभिषेक और नितिन हैं। जबकि मुठभेड़ में तीसरा बदमाश पुलिस के चंंगुल में आने से पहले ही फरार हो गया। पुलिस उसकी भी तलाश में जुटी हुई है। पुलिस के अनुसार सोमवार की वारदात के बाद दो बदमाशों को सिंगरामऊ थाना क्षेत्र में जौनपुर क्राइम ब्रांच प्रभारी ओम नारायण सिंह और उनकी टीम द्वारा पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया है।सोमवार की दोपहर ढाई बजे एजीएस कंपनी के कर्मी व गार्ड कैश वैन से उक्त एटीएम में ट्रांजैक्शन करने गए थे। कैशियर के बैग लेकर एटीएम में घुसने के बाद शटर बंद कर गार्ड अवध नारायण चौबे निवासी बीरबलपुर कोतवाली मड़ियाहूं बाहर रखवाली कर रहे थे। उसी समय पल्सर बाइक से पहुंचे गमछे से मुंह ढंके बदमाशों ने गोलियों से छलनी कर अवध नारायण चौबे की हत्या कर दी। गोलियां लगने से पहले गार्ड ने भी जवाबी फायरिंग की थी। इसमें एक लुटेरा घायल हो गया था। घायल होने के बाद उसके साथी उसे लेकर बदलापुर की तरफ भाग गए थे। वारदात के बाद पुलिस टीमें सरगर्मी से लुटेरों की तलाश में जुटीं थीं।पुलिस सूत्रों के मुताबिक भोर में क्राइम ब्रांच प्रभारी ओएन सिंह के नेतृत्व वाली टीम से सिंगरामऊ थाना क्षेत्र के बहरा गांव में लुटेरों का आमना- सामना हो गया। दोनों तरफ से कई राउंड गोलियां चलीं। दो बदमाशों को गोलियां लगीं जबकि एक मौके से फरार हो गया। इस बड़ी कार्रवाई की खबर लगते ही पुलिस अधिकारियों की बांछें खिल उठीं और मौके पर पहुंचकर जायजा भी लिया। हालांकि, मुठभेड़ में घायल बदमाशों को लेकर अस्पताल पुलिस पहुंची तो सुरक्षा कारणों से सुबह छह बजे से जिला अस्पताल के दोनों गेटों पर पुलिस मुस्तैद हो गई। किसी को भी पुलिस के जवान भीतर इस दौरान जाने नहीं दिए। सवा सात के करीब अलग-अलग पुलिस वाहन से दोनों बदमाशों को अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया। सुबह काफी देर तक पुलिस टीम ने किसी को भी अस्पताल में जाने नहीं दिया। एएसपी (सिटी) डाक्टर संजय कुमार सहित सभी जिम्मेदार पुलिस अधिकारी पूरे विवरण की प्रतीक्षा करने की बात कहते हुए कोई जानकारी देने से इन्कार करते रहे। जब चिकित्सकों की ओर से दोनों बदमाशों के मृत होने की जानकारी दी तो पुलिस ने इस मुठभेड़ की पुष्टि की।