खबर दृष्टिकोण जुम्मन अली
कुशीनगर । कुशीनगर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है जिसमें स्वास्थ्य योजनाओं के माध्यम से होने वाले इलाज में फ्रॉड करके लोगों से अवैध वसूली करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया गया है। बताया जा रहा कि इन चार शातिर साइबर अपराधियों के विरुद्ध जनपद के विभिन्न स्थानों पर कई मुकदमे दर्ज किए हैं जिन्हें बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया।गिरफ्तार अपराधियों की पहचान अनीश अहमद पुत्र स्व0 नसीर अहमद, डा0 दीपक कुशवाहा पुत्र महेन्द्र वर्मा, अखिलेश शर्मा पुत्र गोरखनाथ शर्मा व मंदीप कुमार गौड पुत्र गोबर्धन प्रसाद गौड के रूप में हुई जो कि प्रयागराज व कुशीनगर के विभिन्न क्षेत्र के रहने वाले हैं।पूछताछ में इन शातिर अपराधियों ने बताया कि इनका गैंग साईबर अपराध में लिप्त होकर वर्तमान में प्रयागराज के धूमनगंज का रहने वाले अनीस पुत्र स्व0 नासीर जो कि अस्थायी रूप से कसया में किराये पर रहता है व डा0 दीपक कुशवाहा पुत्र महेन्द्र कुशवाहा निवासी कसिया जनपद कुशीनगर व अखिलेश शर्मा पुत्र श्री गोरखनाथ शर्मा निवासी टिटला सुकरौली थाना हाटा जपनद कुशीनगर तथा मंदीप कुमार गौड पुत्र गोबर्धन प्रसाद गौड निवासी भिस्वा सरकारी थाना रविन्द्रनगर धूस जनपद कुशीनगर ने मिलकर एक गैंग बनाया है जिसमें डा0 दीपक कुशवाहा द्वारा जनपद कुशीनगर के हास्पिटलो में स्वास्थ्य योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों के इलाज के सम्बन्ध में देखरेख करता है तथा डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम कोआर्डिनेटर (डीपीसी) कुशीनगर के पद पर संविदा पर नियुक्त है तथा अखिलेश शर्मा उक्त योजना में डिस्ट्रिक्ट ऑडिटर के पद पर संविदा पर नियुक्त है तथा इनका साथी मंदीप गौड़ उपरोक्त का कम्प्यूटर आपरेटर है जो अनीस व डा0 दीपक कुशवाहा व अखिलेश शर्मा के कहने पर भिन्न-भिन्न अस्पतालों में जाकर लाभार्थियों के स्वास्थ्य योजना में उनके इलाज से सम्बन्धित दस्तावेजों को टीएमएस पोर्टल पर फीडिंग का काम करता है शामिल है और यह गैंग स्वास्थ्य योजना से जुड़े हास्पिटलों में भर्ती मरीजो के भर्ती व डिस्चार्ज सम्बन्धित मरीजों को टीएमएस पोर्टल पर अपलोड करने का कार्य कम्प्यूटर आपरेटर मंदीप गौड़ द्वारा सम्पादित किया जाता है। उपरोक्त गैंग एक संगठिग गैग के रूप में कार्य करता है तथा स्वास्थ्य योजना के अन्तर्गत जुड़े जनपद कुशीनगर के लगभग 33 हास्पिटलों के टीएमएस पोर्टल के आईडी व पासवर्ड के माध्यम से कार्य करते हुए फर्जी तरीके से मरीजों को मिलने वाली सहायता धनराशि का कुछ प्रतिशत कमीशन के तौर पर अवैध रूप से प्राप्त करते है। कमीशन न मिलने पर शुरूआती दौर में प्रताणित करने हेतु लखनऊ के क्लस्टर हेड सुहासीश मैंटी ( हेरिटेज एजेन्सी) से मिलकर टीएमएस पोर्टल पर अपलोड की गयी फाईलो पर आपत्ति लगवाते है तथा हास्पिटल के टीएमएस पोर्टल के आईडी को बंद कराने का भय दिखाते है। डा0 दीपक कुशवाहा द्वारा स्वास्थ्य योजना से सम्बन्धित सभी दस्तावेज अनाधिकृत व्यक्ति अनीस अहमद को उपलब्ध कराया जाता है तथा अनीस द्वारा कमीशन के रूप में प्राप्त अवैध धनराशि को डा0 दीपक कुशवाहा, अखिलेश शर्मा, सुहासीश मैंटी तथा मंदीप गौड को दिया जाता है। यदि किसी हास्पिटल का मालिक इनको दलाली /कमीशन देने से इन्कार कर देता है तो उक्त संगठित गैंग द्वारा आपस में मिलकर लाभार्थियो /मरीजो के डिस्चार्ज /क्वैरी पर अश्लील नग्न फोटो अपलोड कर दिया जाता है जिससे स्वास्थ्य योजना भारत सरकार द्वारा तत्काल प्रभाव से आईडी को निलंबित कर दिया जाता है तथा स्वास्थ्य योजना द्वारा हास्पिटल के वित्तीय लेनदेन पर भी रोक लगा दी जाती है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से कुल रुपया नकद 2 लाख 10 हजार माल मुकदमाती के साथ ही विभिन्न सामग्री बरामद की गई है जिसके आधार पर वे साइबर अपराध को अंजाम दे रहे थे। गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर विभिन्न सुसंगत धाराओं में पंजीकृत मुकदमे के आधार पर आवश्यक विधिक कार्यवाही की गई।