ख़बर दृष्टिकोण लखनऊ।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के चारबाग डिपों पर रोडवेज कर्मचारी संघ के प्रदेश मंत्री रूपेश कुमार ने अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर परिवहन निगम के श्रमकर्ता चालकों, परिचालकों के साथ कर्मचारियों को पुष्प देकर मजदूर दिवस की बधाई दी। रूपेश कुमार ने वहां उपस्थित लोगों को मजदूर दिवस के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी समाज, देश, संस्था और उद्योग में मज़दूरों, कामगारों और मेहनतकशों की अहम भूमिका होती है। कामगारों के बिना कोई भी औद्योगिक ढांचा खड़ा नहीं रह सकता।
उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष 1 मई को मजदूर दिवस मनाया जाता है। इस दिन मजदूरों के अधिकार दिलाने मजदूर संगठनों की एकता को मजबूत करने के लिए मनाया जाता है। इसकी शुरूआत सबसे पहले अमेरिका में 1 मई 1886 को अमेरिका की मज़दूर यूनियनों ने काम का समय 8 घंटे से अधिक न रखे जाने के लिए हड़ताल की थी। उनकी मांगों को माना गया और काम का समय 8 घंटे निर्धारित किया गया। मजदूरा यूनियनों ने जीत की खुशी में एक मई को श्रम दिवस मनाना शुरू किया।
रूपेश कुमार ने कहा कि भारत में श्रम दिवस की शुरूआत सबसे पहले चेन्नई में 1 मई 1923 को किया गया था। भारती मज़दूर किसान पार्टी के नेता कामरेड सिंगरावेलू चेट्यार ने शुरू की थी। भारत में मद्रास के हाईकोर्ट सामने एक बड़ा प्रदर्शन किया और एक संकल्प पास करके यह सहमति बनाई गई कि इस दिवस को भारत में भी कामगार दिवस के तौर पर मनाया जाये और इस दिन छुट्टी का ऐलान किया जाये। भारत समेत लगभग 80 मुल्कों में यह दिवस पहली मई को मनाया जाता है।
