पांच माह बाद कोर्ट के आदेश पर चिकित्सक व स्टाफ नर्स के खिलाफ गैर इरादतन हत्या व धमकी में केस दर्ज ,
खबर दृष्टिकोण |
आलमबाग| कृष्णा नगर कोतवाली क्षेत्र के एलडीए कालोनी सेक्टर बी में स्थित राजकीय लोकबंधु अस्पताल में बीते वर्ष नवम्बर माह में डॉक्टरों की लापरवाही से प्रसव के दौरान चोटे लगने जच्चा बच्चा की मौत हो गई। वही मृतका के परिजनों ने चिकित्सक व स्टाफ नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कृष्णा नगर पुलिस से शिकायत की थी जिसपर कृष्णा नगर पुलिस ने जच्चा बच्चा का पोस्टमार्टम तो करा दिया लेकिन मामले में मुकदमा दर्ज नहीं किया जिसपर मृतका के भाई ने पुलिस आयुक्त से शिकायत कर कोर्ट का सहारा लिया | वहीं कोर्ट के आदेश पर कृष्णा नगर पुलिस ने गैर इरादतन हत्या व धमकी की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है |
सरोजनीनगर क्षेत्र के हाइडिल कलोनी निकट जयराजपुरी निवासी कुलदीप विश्वकर्मा पुत्र स्व शिव कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि बीते वर्ष 2023 में 24 नवम्बर 23 को उसने अपनी 38 वर्षिय बहन आरती शर्मा को प्रसव पीड़ा के चलते नजदीकी लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया था। चूँकि गर्भ में अत्यधिक वजन का बच्चा होने के कारण प्रसव ऑपरेशन द्वारा होना था लेकिन महिला विशेषज्ञ डॉ निशा रानी एवं उनकी टीम ने सुबह करीब 8:00 बजे उनकी बहन का प्रसव के लिए ऑपरेशन रूम में ले गई और जबरन नार्मल डिलेवरी करने में जुट गई | नार्मल डिलेवरी के कारण जच्चा व बच्चा को चोटे आ गई जिससे दोनों की मौत हो गई | इस बात की जानकारी उन्हें दोपहर समय में दिया गया | मौके पर ही मरीज के साथ आये तीमारदारों ने काफी हंगामा भी किया और कृष्णा नगर पुलिस को जानकारी दी जिसपर कृष्णा नगर पुलिस ने उनको शांत कराते हुए कार्यवाई का आश्वासन दे मृतक जज्चा बच्चा का पोस्टमार्टम तो करा दिया लेकिन कार्यवाई से पुलिस चिकित्सको को बचाती रही | जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे के सर पर चोट लगने से मौत का कारण स्पष्ट हुआ है और जज्चे को अंदरूनी चोटे आई है जिससे मौत हुआ है |पीड़ित भाई ने मामले की शिकायत स्वास्थ्य विभाग समेत पुलिस आयुक्त लखनऊ से भी की इसके बावजूद आरोपी डॉक्टर एवं उनकी टीम पर पुलिस द्वारा कोई कार्यवाई नहीं किया गया | पुलिस के रवैये झुब्ध मृतका के भाई ने कोर्ट का सहारा लेते हुए न्याय की गुहार लगाई | कोर्ट के आदेश पर पांच माह बाद कृष्णा नगर पुलिस ने डॉ निशा रानी एवं पांच अज्ञात डॉक्टर टीम के खिलाफ गैर इरादतन हत्या व धमकी की धारा में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है |
*पांच किलो का गर्भ में था बच्चा नहीं होनी थी नार्मल डिलेवरी*
मृतक आरती के भाई कुलदीप ने बताया कि गर्भ के दौरान उसकी बहन का इलाज शुरू से लोकबंधु अस्पताल से चल रहा था गर्भ में पांच किलो वजन का बच्चा था डॉक्टर पुरे केस से वाकिफ थी बिना ऑपरेशन बच्चा होना ही नहीं था इसके बावजूद क्रिटिकल केस होने के बाद डॉक्टर और उनकी टीम ने नार्मल डिलेवरी के दौरान जच्चा बच्चा पर कहर बरसाया जिससे उन्हें चोटे आ गई और दोनों की जान चली गई |
मुख्यचिकित्सा अधीक्षक लोकबंधु मेजर डॉ राजिव दीक्षित ने आरोप को लेकर बताया किया उक्त प्रकरण की जानकारी आने पर तत्कालीन निदेशक डॉ नीलाम्बर श्रीवास्तव ने त्वरित पांच सदस्यीय टीम कमेटी गठित कर मामले का जाँच किया गया था जिसकी रिपोर्ट डीजी स्वास्थ्य डॉ दीपा त्यागी को प्रेषित किया गया था ऊंच स्तरीय आदेश पर दिसम्बर माह में डॉ निशा रानी को बर्खास्त कर दिया गया है | दो और डॉक्टरों के खिलाफ जाँच चल रही है जिनके खिलाफ भी कार्यवाई किया जाएगा |