बंथरा निवासी 72 वर्षीय रसूलन की निजी अस्पताल में उपचार के दौरान हुई मौत
खबर दृष्टिकोण |
सरोजनीनगर । लखनऊ में डेंगू का कहर थमने का नाम ले रहा है शहर से ज्यादा खराब हालत ग्रामीण क्षेत्र के हैं जहां पर स्वास्थ्य विभाग व नगर पंचायत के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण स्थिति बिगड़ती जा रही है। बन्थरा में एक सप्ताह के अन्दर डेंगू से चौथी मौत हो गई बन्थरा निवासी 72 वर्षीय रसूलन की निजी अस्पताल में उपचार कर दौरान मौत हो गई। रसूलन का इलाज बन्थरा के एक निजी अस्पताल में पिछले कई दिनों से चल रहा था।बंथरा में डेंगू से यह कोई पहली मौत नही है, बीते शुक्रवार को और रविवार को भी बन्थरा में डेंगू से महिला की मौत हो गई थी। बन्थरा वासियों ने बताया कि नगर पंचायत बन्थरा कार्यालय में नई फागिंग मशीने रखी है उसके बाद भी फागिंग नहीं करवाई जा रही है। बन्थरा नगर पंचायत कार्यालय में तैनात बाबू अंकित लोगों से कहता है कि मैं क्या किसी के मरने का ठेकेदार हूँ वही इसी कार्यालय में सुपरवाइजर की पोस्ट पर तैनात खांड़े देव निवासी सूरज जो भाजपा नेता विनोद मौर्या के परिवार का है जिसके जिम्मे फागिंग का कार्य है वो भी लोगों से यही कहता है कि मेरी सरकार है कोई कुछ भी नही कर सकता। जब यह आलम नगर पंचायत बन्थरा कार्यालय के बाबूओ व कर्मचारियों का है तो आखिर डेंगू के कहर से लोग कैसे बच पायेंगे। वही तीन मौतों के बाद भी जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे है न एसडीएम सरोजनीनगर को कोई मतलब है न अन्य उच्चाधिकारियों को। डेंगू से बन्थरा में मौतों का ताडंव बदस्तूर जारी है।
