लखनऊ,। साइबर क्राइम सेल और हजरतगंज की संयुक्त पुलिस टीम ने जिन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, उन्होंने पुलिस को कई जानकारियां दी हैं। आरोपियों के पास से एक लाख 20 हजार रुपये व छह मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। प्रमोद और उसके गिरोह पर कई राज्यों में मुकदमे दर्ज हैं, जिनका ब्योरा पुलिस जुटा रही है। पुलिस ने गिरोह के सरगना दुमका झारखंड निवासी प्रमोद मंडल उर्फ विजय और उसके भाई मनोज मंडल के अलावा राजेश कुमार, करन कुमार और जितेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया था। सोमवार को पुलिस और बैंककर्मियों ने ठगों के उस्ताद प्रमोद मंडल और उसके साथियों से साइबर ठगी के तरीकों और उससे बचाव की जानकारी ली। ठगों ने बैंकों की खामियां गिनाई, जिसे दूर करने के लिए पुलिस पत्राचार कर रही है।एसीपी साइबर क्राइम सेल विवेक रंजन राय के मुताबिक गिरोह के निशाने पर सेवानिवृत कर्मचारी सबसे ज्यादा थे। आरोपित सीयूजी नंबर पर फोन कर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। सचिवालय से सेवानिवृत क्लर्क के खाते से बीते साल ठगों ने 53 लाख रुपये निकाल लिए थे।छानबीन में सामने आया है कि गिरोह ने करीब 20 करोड़ से अधिक रुपये की ठगी की है। ये गिरोह पिछले छह साल से सक्रिय है। जिन स्थानों पर आरोपितों की झोपड़ी थी अब वहां कोठियां बन गई हैं। पुलिस ठगों का अपराधिक इतिहास पता कर उनकी संपत्ति जब्त करने की तैयारी भी कर रही है। आरोपितों ने देवघर, जामताड़ा, रांची, बिहार व दिल्ली में कई संपत्तियां खरीदी हैं।
