योग गुरु एवं मुख्यमंत्री का फर्जी प्रोटोकाल अधिकारी को एसटीएफ टीम ने ठगी मामले में किया गिरफ्तार |
खबर दृष्टिकोण लखनऊ | मुख्यमंत्री का फर्जी प्रोटोकाल अधिकारी एवं सचिव निवेश, उप्र सरकार बनकर विभिन्न विभागों में ट्रान्सफर पोस्टिंग एवं महत्वपूर्ण राजनैतिक पद टेण्डर आदि दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो शातिर ठगो को एसटीएफ टीम ने समाज कल्याण के पास बासमंडी रोड विभूति खंड गोमती नगर से गिरफ्तार किया है | ठगो के पास से एसटीएफ टीम को प्रोटोकाल अधिकारी का फर्जी आईडी कार्ड सुकुरात विश्विद्यालय दिल्ली वाइस चांसलर का फर्जी आईडी कार्ड एवं अन्य दस्तावेज मोबाईल फोन बैंको के पासबुक चेकबुक एवं भारी मात्रा में लोगो की ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए प्रार्थना पत्र बरामद हुआ है |
एसटीएफ उ0प्र0 को काफी समय से सूचना प्राप्त हो रही थी कि मुख्यमंत्री उप्र शासन का सुरक्षा अधिकारी एवं विषेष सचिव निवेष, उप्र सरकार बताकर विभिन्न विभाग में फर्जी टेण्डर ठेका दिलाने एवं ट्रासंफर पोस्टिंग कराने तथा उप्र शासन द्वारा मनोनीत विभिन्न बोर्डाे के चेयरमैन मंत्री का दर्जा दिलाने के नाम पर अवैध रुप से कुछ लोगों द्वारा फर्जीवाड़ा कर ठगी किया जा रहा है। इस सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह के नेतृत्व में टीम गठित किया गया था | सूचना मिला की लोगो संग ठगी करने वाला अपना साथी संग समाज कल्याण कार्यालय के पास किसी से मुलाकात करने आने वाला है | इस सूचना पर एसटीएफ टीम ने समाज कल्याण के पास बासमंडी रोड विभूति खंड गोमती नगर से दो ठगो को गिरफ्तार किया है | जिन्होंने अपना परिचय
रामशंकर गुप्ता उर्फ आशीष कुमार गुप्ता पुत्र स्व0 बाबू राम गुप्ता, मूल पता मोहल्ला दूबे बीसलपुर, थाना कोतवाली बीसलपुर, पीलीभीत हाल पता 70, विष्णुपुरी कालोनी विस्तार, थाना अलीगंज, लखनऊ एवं अरविन्द त्रिपाठी उर्फ गणेष त्रिपाठी उर्फ गुरूजी पुत्र स्व0 अवध विहारी त्रिपाठी, निवासी मकान संख्या 4304 गली नं0-05, त्रिनगर, केषवपुरम, अशोक विहार, नई दिल्ली बताया है | जिनके पास से भारी मात्रा में दस्तावेज ट्रांसफर पोस्टिंग के प्रार्थना पत्र फर्जी आईडी कार्ड नगदी मोबाईल फोन चेकबुक पासबुक समेत कई दस्तावेज बरामद हुआ है | पूछताछ में ठगो ने कबूल किया कि रामशंकर अपना नाम बदलकर आशीष गुप्ता रखा है और अपने को मुख्यमंत्री उप्र शासन के कार्यालय मे बतौर आईएएस पीसीएस मुख्यमंत्री का सुऱक्षा अधिकारी बताकर विभिन्न विभागों एवं राजनीतिक महत्वपूर्ण पदों टेण्डर ट्रान्सफर पोस्टिंग सरकारी नौकरी दिलाने आदि के नाम पर ठगी का कार्य करता है किसी भी विभाग में किसी पद पर आसीन नहीं है और न ही सुकुरात विश्विद्यालय का वाइस चांसलर है | उसने अपने नाम के 02 अलग-अलग आधार कार्ड बनवा रखा है। उसका वास्तविक नाम रामशंकर गुप्ता है, फर्जीवाडा करने के लिये उसने अपना नाम आशीष गुप्ता रख लिया है। नौकरी दिलाने के जाल में फसाये हुए नवयुवको में से किसी युवक को पीआरडी की वर्दी पहनाकर अपनी गाड़ी में आगे बैठाकर चलता है तथा अपनी कार पर उ0प्र0 का लोगो एवं उ0प्र0 सरकार लिखवाया है। दूसरा साथी अरविन्द त्रिपाठी योग गुरु है जो बडे़-बडे़ राजनेताओ एवं अधिकारियो से सम्पर्क रखता है तथा आध्यात्म से सम्बन्धित योग शिविर कराता है। जिसमे भारी संख्या मे बडे-बडे ठेकेदार तथा प्रशासनिक अधिकारी एवं प्रतिष्ठित लोग राजनेता सम्मलित होते है। अरविन्द त्रिपाठी (गुरुजी) द्वारा उनको अपने योग विद्या से अपने प्रभाव मे लेकर उ0प्र0 मे शासन के बडे-बडे टैण्डर दिलाने की बात की जाती है, जिस कारण उन ठेकेदारो द्वारा उसके प्रभाव मे आकर टैण्डर प्राप्त करने हेतु उनसे आग्रह करते है, तब अरविन्द त्रिपाठी उर्फ गुरुजी उनके सामने ही मेरा परिचय वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकरी के रुप मे बताकर ठेका दिलाने की बात कर उनसे अवैध धन अर्जित करता है। दोनों ठगो के खिलाफ विभूति खंड थाने में कार्यवाई कर जेल भेज दिया गया है |