ख़बर दृष्टिकोण लखनऊ।
न्यायमूर्ति प्रीतिंकर दिवाकर, मुख्य न्यायाधीश, उच्च न्यायालय, इलाहाबाद व मुख्य संरक्षक, उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन में उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्म दिन के अवसर पर सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में स्वच्छता जागरूकता विषय पर व्यापक जन अभियान प्रारम्भ किया गया। इस स्वच्छता जागरूकता अभियान का ई-उद्घाटन व शुभारम्भ न्यायमूर्ति सूर्य प्रकाश केसरवानी, वरिष्ठ न्यायाधीश, उच्च न्यायालय इलाहाबाद व कार्यपालक अध्यक्ष, उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के कर कमलों द्वारा किया गया।
न्यायमूर्ति सूर्य प्रकाश केसरवानी द्वारा इस अवसर पर अपने विचारों को रखते हुए कहा गया कि इस स्वच्छता अभियान की शुरूआत औपचारिकता मात्र नही है बल्कि यह अपने जीवन में आत्मसाथ करने के लिये है क्योंकि स्वच्छता हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। शास्त्रों में भी स्वच्छता का विशद वर्णन किया गया है और हमें पर्यावरण के प्रति जागरूकता का बोध कराया गया है। हमारे शुभ कार्यों के दौरान शांति मंत्र का उच्चारण किया जाता है और यह इतना प्रभावी उपाय है जो जगत के समस्त जीवों, वनस्पतियों और प्रकृति की शांति का आवाहन करता है और सम्पूर्ण विश्व को स्वच्छता, सुरक्षा और जागरूकता का संदेश देता है। आधुनिक भारत में महात्मा गांधी ने वर्ष 1916 में स्वच्छता का उद्धोष किया था। यह अभियान चार चरणों में समझां जा सकता है। प्रथम आंतरिक स्वच्छता के रूप में स्वंय व अपने धर की स्वच्छता, द्वितीय बाहर स्वच्छता के रूप में अपने आसपास के स्थानों एवं समाज की स्वच्छता, तृतीय पर्यावरण की स्वच्छता और चतुर्थ वाणी की स्वच्छता। वाणी की स्वच्छता पर बल देते हुए कहा गया कि हमें अपने कार्य स्थल, सार्वजनिक स्थल और दैनिक जीवन में वाणी की स्वच्छता स्वरूप शालीन व मर्यादित भाषा का प्रयोग करना चाहिये। उन्होने सभी से इस अभियान में अपने श्रेष्ठतम प्रयास करने का आवाह्न करते हुए सफलता के लिये शुभकामनाये दी।
इस अवसर पर उच्च न्यायालय, इलाहाबाद के न्यायमूर्ति वी0सी0 दीक्षित, न्यायमूर्ति सी0 के0 राय, न्यायमूर्ति सौरभ श्रीवास्तव, न्यायमूर्ति सुरेन्द्र सिंह, न्यायमूर्ति क्षितिज शैलेन्द्र एवं न्यायमूर्ति अरूण कुमार सिंह देशवाल भी उपस्थित रहें। ई-उद्घाटन के अवसर के वर्चुअल मंच पर महानिबन्धक, उच्च न्यायालय, इलाहाबाद, सम्पूर्ण प्रदेश के जनपद न्यायाधीशगण, परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीशगण, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारीगण, भूमि अधिग्रहण न्यायाधिकरण के पीठासीन अधिकारीगण, वाणिज्यिक न्यायालय के पीठासीन अधिकारीगण, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिवगण, अन्य न्यायिक अधिकारीगण, रजिस्ट्री एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन संजय सिंह प्रथम सदस्य सचिव, उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में सभी का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की संक्षिप्त रूप रेखा रखी। कार्यक्रम के समापन पर कार्यपालक अध्यक्ष, उच्च न्यायालय के न्यायमूर्तिगण तथा अन्य सभी अतिथियो एवं प्रतिभागियों का हृदय से आभार व्यक्त किया।