पुलिस आयुक्त से लिखित शिकायत कर पीड़िता ने कार्यवाही की मांग,एसीपी को जांच कर कार्यवाही के दिये निर्देश
पीड़िता का आरोप चौकी व कोतवाली पुलिस से शिकायत के बाद भी नही मिला न्याय
मोहनलालगंज।लखनऊ पुलिस आयुक्त एस बी शिरोडकर से उनके कार्यालय में बीते शुक्रवार को मिलकर मोहनलालगंज के एक गांव की महिला ने लिखित शिकायत करते हुये बताया वो अपने अफसर पिता की इकलौती बेटी थी,गांव में ही अपने मामा के घर रहने वाले शिवम उर्फ चुन्नू ने बहला-फुसलाकर 2021 अपने प्रेमजाल में फंसाकर मंदिर में विवाह किया था,इस दौरान वो नाबालिग थी,पिता ने पति के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था,लेकिन पेट में पति शिवम का पांच माह का गर्भ होने के चलते उसने कोर्ट में उसके खिलाफ बयान नही दिया था ओर अपने घर जाने से मना कर दिया था जिसके बाद पुलिस ने राजकीय बाल गृह भेज दिया था,जहां उसने चार माह बाद बच्चे को जन्म दिया,बालिग होने पर पति शिवम अपनी मां बुद्वेश्वरी,मौसी हंसावती समेत वकीलो के साथ आकर बालगृह उसे अपने घर ले आये।जिसके बाद वो अपने पति शिवम के साथ डेढ साल रही लेकिन उसके बाद पति समेत उसके परिजनो का स्वभाव बदल गया ओर वो आये दिन प्रताड़ित करने के साथ मारपीट करने लगे ओर मायके जाकर अपने पिता से रूपया लाने का दबाब बनाने लगे,मना करने पर बुरी तरह पिटाई कर देह व्यापार कर पैसे लाने की बात कहते हुये आत्महत्या पर मजबूर करने के साथ ही पांच माह पहले जबरन मासूम बेटे संग घर से निकाल दिया,जिसके बाद आसरा मंगाने अपने पिता के घर गयी तो उन्होने भी रखने से मना कर दिया,भागूखेड़ा चौकी प्रभारी समेत मोहनलालगंज कोतवाली पहुंचकर प्रभारी निरीक्षक से शिकायत कर पति के घर आसरा दिलाये जाने समेत कार्यवाही की गुहार लगायी लेकिन कोई मदद नही मिली,जिसके बाद से वो बंथरा रोड पर सड़क किनारे पन्नी की झोपड़ी बनाकर रहने को मजबूर है,मजदूरी कर किसी तरह मासूम व अपने लिये रोटी का जुगाड़ कर पाती है बीमार होने पर भूखे पेट ही रहना पड़ता है।पीड़िता ने कहा इन हालातो में ऎसा लगता है मासूम समेत नदी में कूदकर अपनी जान दे दूं।पीड़िता ने पुलिस आयुक्त से पति के घर आसरा दिलाये जाने समेत कार्यवाही की गुहार लगायी।पुलिस आयुक्त ने पूरे मामले को गम्भीरता से लेते हुये एसीपी मोहनलालगंज को जांच कर कार्यवाही के निर्देश दियें लेकिन शिकायत के तीन दिन बाद भी कोई कार्यवाही ना होने पर सोमवार को पीड़िता ने सोशल मीडिया पर अपना दर्द साझा कर मदद की गुहार लगायी तो पूरे मामले को संज्ञान में लेकर डीसीपी दक्षिणी विनीत जायसवाल ने मोहनलालगंज
इंस्पेक्टर संतोष कुमार आर्य ने बताया आरोपी पति एक्सीडेंट में बुरी तरह घायल हो गया था ओर उसके रीढ की हड्डी टूट गयी है,जिसके चलते वो बिस्तर पर है ओर चलने फिरने में असमर्थ है परिवार की माली हालत भी बहुत खराब है,ऎसे में पत्नी व मासूम को घर पर रखवा पाना सम्भव नही है,पीड़ित की शिकायत पर जो भी विधिक कार्यवाही है वो की जायेगी।