उन्नाव , पिछले 5 सालों में उत्तर प्रदेश पत्रकारों के लिए महफूज नहीं रहा जिले बदलते रहे पत्रकार और उसकी संस्था का नाम बदलता रहा पर उत्तर प्रदेश में ना बदला तो पत्रकारों के साथ अत्याचार के मामले उन्नाव में इससे पहले बीच रास्ते पत्रकार को गोली से मारा गया था अभी हाल ही के दिनों में प्रतापगढ़ में भी शराब माफियाओं की कवरेज कर रहे पत्रकारों को दबंगों ने मौत के घाट उतार दिया था ताजा मामला उन्नाव से हैं जहां शनिवार को ब्लॉक प्रमुख पद के लिए क्षेत्र पंचायत सदस्यों द्वारा वोटिंग की जा रही थी उन्नाव के मियागंज ब्लाक में इसी चुनाव की कवरेज को गए पत्रकार कृष्ण तिवारी के साथ सीडीओ दिव्यांशु पटेल ने एक खादी धारी नेता के साथ मिलकर बीच रास्ते पत्रकार को जमकर पीटा जबकि मौके पर क्षेत्राधिकारी पुलिस बल के साथ मौजूद थे पत्रकार का कसूर इतना था मियागंज ब्लाक में वोटिंग में धांधली की रिपोर्टिंग कर रहा थापत्रकार के साथ हुई मारपीट के बाद पत्रकारों ने मियागंज में ही धरने पर बैठे जिला अधिकारी कार्यालय गेट पर भी हिंदू जागरण मंच के प्रभारी मंत्री विमल द्विवेदी के साथ पत्रकारों ने धरना दिया इसी तरह आक्रोश बढ़ता रहा देर शाम पुरवा तहसील परिसर के गेट पर प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक नामक संस्था के पत्रकारों ने धरना देते हुए मांग की सरकारी गुलाम सीडीओ को तत्काल निलंबित किया जाए एवं उसके ऊपर अपराधिक मुकदमा लिखा जाए शुक्लागंज में भी पत्रकारों ने कोतवाली गेट परिसर के सामने धरने पर बैठे देर रात्रि तक धरना और आक्रोश चलता रहाइस प्रकरण पर क्या बोले जिलाधिकारी उन्नाव जिलाधिकारी ने निष्पक्ष जांच कर सीडीओ के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही प्रार्थना पत्र दिया गया है इसकी जांच कराई जा रही है निश्चय ही दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी