कार्य में शिथिलता एवं अनुशासनहीनता बरतने पर निलम्बन की हुई कार्यवाही
ख़बर दृष्टिकोण लखनऊ ।
उत्तर प्रदेश में प्रचलित उत्तर प्रदेश जोत चकबन्दी अधिनियम 1953 के अन्तर्गत जोतों के संहतीकरण एवं नवीन अधिकार अभिलेख निर्माण की प्रक्रिया अनवरत गतिमान है तथा नवीन ग्रामों में चकबन्दी कराये जाने के विषय में निरन्तर मांग उठती रही है।
इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री की प्रेरणा से शासन स्तर पर अनुमोदनोपरान्त गत माह जुलाई, 2023 में 137 ग्रामों में चकबन्दी प्रसार के सम्बन्ध में अधिसूचना निर्गत की जा चुकी है तथा इसी क्रम में पुनः 04 ग्राम व 374 ग्राम में चकबन्दी प्रारम्भ कराये जाने के सम्बन्ध में शासन द्वारा अनुमोदन माह अगस्त 2023 में प्रदान कर दिया गया है, जिसमें से 04 ग्रामों में इस आशय की अधिसूचना निर्गत की जा चुकी है तथा 374 ग्रामों में विज्ञप्ति निर्गत करने का कार्य प्रक्रियान्तर्गत है। यह जानकारी चकबन्दी आयुक्त जी.एस. नवीन कुमार ने दी है।
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में उत्तर प्रदेश जोत चकबन्दी अधिनियम की धारा-24 के अन्तर्गत 148 ग्रामों में नये चकों पर चकदारों को कब्जा दिलाया गया 6424 हे0 क्षेत्रफल पर चकबन्दी योजना का पुष्टिकरण तथा 28916 गाटों के नये अधिकार अभिलेख तैयार कराये गये हैं। उक्त के अतिरिक्त 24 ग्रामों की चकबन्दी क्रियायें पूर्ण करने के पश्चात उत्तर प्रदेश जोत चकबन्दी अधिनियम की धारा-52 (1) के अन्तर्गत विज्ञप्ति माह अगस्त 2023 में निर्गत की जा चुकी है। सम्पूर्ण प्रदेश में चकबन्दी न्यायालयों द्वारा इस वित्तीय वर्ष में माह जुलाई तक कुल 60977 वादों का निस्तारण किया गया।
चकबन्दी आयुक्त ने बताया कि कृषकों के हित में चकबन्दी कार्यों को गति प्रदान करने हेतु ए०आई०. ब्लॉकचेन, ड्रोन एवं रोवर सर्वे आधारित चकबन्दी कराया जाना प्रस्तावित है, जिससे चकबन्दी कार्य पारदर्शिता के साथ त्रुटिरहित रूप से कराया जा सके।
उन्होंने बताया कि विभाग में कार्य संस्कृति को बेहतर बनाने के लिए एवं अनुशासनहीनता पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से सुनील अग्रवाल, धीरेन्द्रजीत सिंह, अच्छेलाल, कल्याण प्रताप सिंह, रमेश बाबू व ललित कुमार कुल 06 चकबन्दी अधिकारियों एवं राजनाथ यादव, सहायक चकबन्दी अधिकारी के विरूद्ध अनुशासनिक कार्यवाही संस्थित की गई, जिसमें से सुनील अग्रवाल व धीरेन्द्रजीत सिंह, चकबन्दी अधिकारीगण व राजनाथ यादव, सहायक चकबन्दी अधिकारी को निलम्बित किया गया है। इसके अतिरिक्त कार्य में शिथिलता बरतने के लिए चकबन्दी निदेशालय के श्रीकृष्ण विमल, कनिष्ठ सहायक तथा अनिल मिश्र, वरिष्ठ सहायक के विरूद्ध अनुशासनिक कार्यवाही संस्थित करते हुए उन्हें निलम्बित किया गया।