यूपी विधानमंडल के मानसून सत्र के आखिरी दिन सीएम योगी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने अलग-अलग तमाम मुद्दों पर हुई चर्चा का जवाब दिया। योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण की शुरुआत दुष्यंत कुमार की लाइन से की। अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए सीएम ने कहा कि- तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं…कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं। योगी ने अखिलेश को जवाब दिया। कहा- जिन सांड की बात आप कर रहे हैं। यही सांड आपके समय में बूचड़खाने में होते थे। हमारे समय में ये किसान पशुधन का पार्ट बने हैं।
सांड के मुद्दे पर बोलते हुए सीएम योगी ने आगे कहा कि हम तो नंदी के रूप में उसकी पूजा करते हैं। शिवपाल जी क्या आप नंदी के रूप में पूजा नहीं करते। सीएम ने फिर कहा- शिवपाल जी आपकी कीमत यह लोग कभी नहीं समझ पाएंगे। आपके साथ अन्याय हुआ है।
योगी ने आगे कहा कि आपने तो कावड़ियों को बैन कर दिया था। जन्माष्टमी महोत्सव को बैन कर दिया गया था। जब मैं आया तो मैंने पूछा कि जन्माष्टमी पर क्या है। तब बताया गया बैन किया गया। तब मैंने कहा जन्माष्टमी सभी थानों और जेल में धूमधाम से मनाया जाएगा। इनकी परेशानी सांड से नहीं इलीगल स्लाटर हाउस बंद होने से हैं।
सदन में सीएम योगी ने कहा कि नेता विरोधी दल की बातों को सुना। एक घंटे के भाषण में उन्हें सिर्फ गोरखपुर का जलजमाव दिखाई पड़ा। गोरखपुर में एक ही रात 133 मिमी बारिश हुई, इस वजह से जलजमाव हुआ। वहां लोग खुश हैं। उन्हें पता है कि अब जल जमाव नहीं होगा। सीएम योगी ने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग जन्म से चांदी के चम्मच से खाने के आदी हैं वो किसान, गरीब, दलित की पीड़ा क्या समझेंगे? पिछड़ों, अति पिछड़ों के साथ इन्होंने क्या व्यवहार किया, ये पूरा प्रदेश जानता है। चौधरी चरण सिंह की बातों को अगर सपा ने जरा-सा भी ध्यान दिया होता तो इनके शासन काल में सबसे ज्यादा किसान आत्महत्या न करते।
सीएम योगी ने एन्सेफलाइटिस के सवाल पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी को उत्तर प्रदेश में चार बार सीएम के रूप में काम करने का मौका मिला। आपने इतने समय तक क्या किया? आपको इसका कोई समाधान नहीं मिला। मुझे आपको यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि हमने पहले कार्यकाल में ही इंसेफेलाइटिस को खत्म कर दिया है।