मुख्य विशेषताएं:
- मधुवा महादलित बस्ती अग्निकांड में पूर्णिया चर्चित
- मझूवा महादलित बस्ती अग्निकांड में अब तक 11 गिरफ्तार
- 19 मई की रात अन्य समुदाय के लोगों ने बस्ती पर हमला कर दिया
नमिता कुमारी, पूर्णिया
पूर्णिया के बहुचर्चित मझूवा महादलित बस्ती अग्निकांड में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में बुधवार को 6 और आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। अब तक कुल 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
अब तक 60 नामांकन में 11 गिरफ्तार arrested
पूर्णिया के एसपी दयाशंकर ने बताया कि मझूवा के महादलित बस्ती में आगजनी, हत्या व मारपीट के मामले में 19 मई को बैसी थाने में तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं. जिसमें 60 नामजद और 100 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें अब तक 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
एक हफ्ते बाद भी माहौल का डर
महादलित बस्ती अग्निकांड की जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई है। जो लगातार कार्रवाई कर रहा है। इस मामले में बियासी के तत्कालीन थाना प्रभारी अमित कुमार को निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया गया. उसके बाद सुनील कुमार सुमन को नया थाना प्रभारी बनाया गया है। घटना के बाद मंगलवार को डीएम राहुल कुमार और एसपी दयाशंकर मझूवा गांव गए. उन्होंने पीड़ित महादलितों को सुरक्षा का भी आश्वासन दिया। वहीं डीएम ने पीड़ित परिवार को जल्द ही जमीन देकर मकान बनाने का आश्वासन भी दिया था.
रात में सैकड़ों लोगों ने किया था हमला
19 मई की रात मझूवा गांव में सैकड़ों अन्य लोगों की भीड़ ने अचानक तलवार, पेट्रोल और अन्य हथियार लेकर महादलित कॉलोनी पर हमला बोल दिया. उनके 13 घर जल कर राख हो गए। इस दौरान एक चौकीदार नवल राय की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। कई महिलाओं के साथ मारपीट और छेड़छाड़ की घटना को अंजाम दिया गया. बच्चों को भी नहीं बख्शा। इस घटना के बाद पूरे देश में राजनीति फैल गई। घटना के बाद कई राजनीतिक दलों के लोग भी मझूवा गांव पहुंचे. सभी नेताओं ने घटना के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।