छह गौवंशो की मौत,चालक- परिचालक फरार। जांच में जुटी पुलिस
गोण्डा। जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के किशुनदासपुर गांव में चौराहे पर गुरुवार की रात करीब ग्यारह बजे छुट्टा गौवंशो को लादकर जा रही एक डीसीएम तीव्र मोड़ पर अनियंत्रित होकर सड़क किनारे एक दुकान पर जा पलटी। इस घटना में दुकान के बाहर सो रहे दुकानदार सालिकराम तो बाल-बाल बच गये लेकिन डीसीएम के पलटने के कारण डीसीएम पर लदे लगभग 20 गौवंशो में से कुछ गौवंशो की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर नवाबगंज, वजीरगंज और कोल्हमपुर चौकी से भारी संख्या में पुलिस घटनास्थल पर पंहुच गई लेकिन तब तक डीसीएम का चालक और खलासी डीसीएम छोड़कर फरार हो चुके थे। घटना में बाल-बाल बचे दुकानदार सालिकराम पुत्र सियाराम की माने मौके पर पंहुची पुलिस ने मृत 06 गौवंशो का अंतिम संस्कार कराया साथ ही डीसीएम को भी जेसीबी के द्वारा सड़क से हटवाया। डीसीएम के पलटने से एक दुकान और उसके बगल रखी पान की ढाबली क्षतिग्रस्त हो गई है। इस घटना के लगभग पंद्रह दिन पूर्व क्षेत्र के ढेमवा घाट चौकी क्षेत्र के अन्तर्गत भी छुट्टा गौवंश लादे जाने की सूचना पुलिस को मिली थी लेकिन मौके पर पंहुची पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा था। लगभग पांच माह पूर्व क्षेत्र के चौखडिया गाँव से पुलिस ने कुख्यात गौवंश तस्कर अन्नू कंकाली को गिरफ्तार किया था। फिलहाल टिकरी, कोल्हमपुर,किशुनदासपुर,रामापुर आदि गाँव से लगातार गौवंशो की तस्करी की बात लोग दबी जुबान से कर रहे हैं। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक करूणाकर पाण्डेय ने बताया कि गुरुवार की रात करीब 11 बजे टिकरी की तरफ से छुट्टा गौवंशो को लादकर कटरा की तरफ जा रही डीसीएम किशुनदासपुर चौराहे के तीव्र मोड़ पर अनियंत्रित होकर पलट गई थी। डीसीएम में 10 गौवंश लदे हुए थे जिनमें 02 की मौके पर मौत हो गई थी। जिसका चिकित्सकीय परीक्षण कराने के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। शेष गौवंशो को गौ-आश्रय केंद्र में संरक्षित करा दिया गया है। घटना में प्रयुक्त डीसीएम के अज्ञात चालक और परिचालक के विरूद्ध गौवध निवारण अधिनियम,पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। डीसीएम को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।