प्रयागराज में चार दिन पहले हुई महिला की हत्या का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक, महिला की हत्या उसके प्रेमी ने की थी। महिला दो साल से प्रेमी के साथ लिवइन में रह रही थी। वह अक्सर फोन पर बात करती थी। प्रेमी को शक था कि उसका अफेयर है और वह अपने दूसरे प्रेमी से फोन पर बात करती है।
घटना वाले दिन भी महिला किसी से फोन पर बात कर रही थी। गुस्से में प्रेमी ने ईंट से सिर कूचकर हत्या कर दी। यहां तक की उसकी आंख भी फोड़ दी। इसके बाद मौके से फरार हो गया। पुलिस ने आज उसे गिरफ्तार कर लिया। प्रेमी का कहना है कि उसे कोई अफसोस नहीं है। वो फोन पर बात करती थी, मुझे ये बर्दाश्त नहीं होता था।
2 साल पहले सूरत में हुई थी सुनीता से मुलाकात
हत्यारोपी मनीष यादव पुत्र रोशन लाल यादव निवासी ग्राम मां पुर कोखराज, कौशांबी का रहने वाला है। मनीष ने पुलिस को बताया कि उसकी मुलाकात सूरत में 2 साल पहले सुनीता से हुई थी। सुनीता मूल रूप से मध्य प्रदेश के रीवा जनपद अंतर्गत मऊगंज थानन क्षेत्र के दुगना कुर्मियान गांव की रहने वाली है।
एक निर्माणाधीन साइट पर दोनों काम करते थे। सुनीता के पति की मौत हो गई थी। दोनों की नजदीकी बढ़ी और प्यार हो गया। तभी से दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे। सुनीता की सात साल की बेटी भी दोनों के साथ रहती थी। मनीष उसका ध्यान रखता था।
10 दिन पहले माघ मेले में आए थे दोनों
29 जनवरी को दोनों ने माघ मेले के परेड ग्राउंड में काली सड़क के फ्लाईओवर के पास अंडा खाया और दोनों ने शराब पी। शराब पीने के बाद सुनीता फोन पर किसी से बात करने लगी। यहीं से मनीष का दिमाग खराब हो गया। सुनीता अक्सर फोन पर किसी से बात करती थी।
सिर पर तीन बार किया था वार
मनीष को लगता था कि वह किसी और पुरुष से बात करती है। वह किसी और के साथ अवैध संबंध में है। इसी शक में दोनों के बीच विवाद हुआ और मनीष ने सुनीता के सिर पर ईंट से वार कर दिया। 3 बार वार होने से उसका सिर फूट गया। चेहरे पर भी गहरे जख्म हो गए। इसी में उसकी एक आंख भी फूट गई।
पुलिस के आने पर भाग गया था प्रेमी
लहूलुहान होकर गिरने के बाद मनीष उसे उठाकर अस्पताल ले जाने की कोशिश करने लगा, लेकिन तभी पुलिस की गाड़ी वहां से गुजरी और वह घबरा गया। सुनीता को छोड़कर वह भागकर आपने गांव कौशांबी चला गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर बुधवार को मीडिया के सामने पेश किया।
सो रही थी 7 साल की मासूम
पुलिस ने मीडिया को बताया कि जिस समय दोनों के बीच विवाद हुआ उस समय सुनीता की 7 साल की मासूम बेटी सो रही थी। मां की चीख सुनकर उसकी नीद खुली तो वह अवाक रह गई।वह मां को बचाने के लिए दौड़ी लेकिन मनीष ने उसे झिटक दिया। जिससे वह डर गई।
मनीष ने उसकी मां को डंडे से पहले पीटा, फिर ईंट से सिर और चेहरा कूच डाला। जाते-जाते एक आंख भी फोड़ दी। जिससे उसकी मौत हो गई। एसीपी दारागंज, आस्था जायसवाल ने दैनिक भास्कर को बताया कि मृतका सुनीता की बेटी को उसके मायके वालों को सौंप दिया गया है। अब वह अपने मामा के साथ रहेगी।