खबर दृष्टिकोण, अतुल कुमार
बाराबंकी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुबेहा में तैनात स्टाफ नर्स पर प्रसव के दौरान धन उगाही कर शोषण करने व इलाज में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाते हुए प्रसूता के पति ने सीएचसी अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की मांग की है। शिकायत मिलने के बाद आरोपी स्टाफ नर्स को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। असंद्रा थाना क्षेत्र के धनौली गांव निवासी दिनेश ने बताया कि विगत तीन जुलाई को मेरी पत्नी को प्रसव पीड़ा होने के बाद रेहुरा गांव निवासी सास राधा उसे गांव से सीएचसी सुबेहा ले गयी थी। जहां पर मौजूद स्टाफ नर्स गीता यादव ने मेरी सास से आधार कार्ड लेकर पत्नी को भर्ती कर लिया और स्कूटी लेकर किसी दूसरे कार्य से कही चली गई। पत्नी को तेज दर्द से तड़पता देख मेरी सास नर्स की तलाश में इधर उधर भटकती रही। काफी देर बाद वापस लौटी स्टाफ नर्स से जब सास ने दवा इलाज करने के लिए कहा तो गुस्सा हो गई और बुरा भला कहने लगी।
दिनेश ने बताया कि पत्नी की हालत बिगड़ने की सूचना पर कानपुर से शाम 3 बजे अस्पताल पहुंचा तो देखा की पत्नी के कपड़े खून से सने हुए थे। सास राधा ने बताया की डिलीवरी के दौरान झिल्ली कैची से काट देने की वजह से शरीर का सारा खून बह गया है। आनन फानन पत्नी को बाराबंकी अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया जहां पर खून चढ़ने व दवा इलाज के बाद उसकी जान बचाई जा सकी। इलाज के बाद पत्नी की हालत में सुधार होने के बाद प्रसूता के पति ने सुबेहा सीएचसी पहुंचकर मामले की लिखित शिकायत अधीक्षक से की है। इस संबंध में डॉक्टर ओम प्रकाश कुरील ने बताया की मामला संज्ञान में आया है स्टाफ नर्स को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने कानूनी कार्यवाही की जायेगी।