खबर दैनिक दृष्टिकोण
रिपोर्ट मो०अहमद चुनई
पुरवा उन्नाव जमीनी विवाद एवं वर्चस्व को लेकर दो ग्राम सभायें खड़ी है खूनी संघर्ष के मुहाने पर बताते चलें कि सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व राज्य मंत्री गंगा बक्स सिंह नि० ग्राम तौरा थाना कोतवाली के पुत्र योगेन्द्र प्रताप सिंह उर्फपप्पू सिंह व उनके सर्मथकों व ग्राम सभा मंगत खेड़ा थाना पुरवा के ग्राम प्रधान मनोज कुमार दुबे उर्फ मोनू दुबे व उनके समथको के बीच जमकर मार पीट हुई इतना ही नही लाईसन्सी असलहों का प्रर्दशन भी किया गया भला हो कोतवाली पुलिस का सूचना मिलते ही पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंचा वर्ना किसी भी बड़ी घटना घटने से इनकार नही किया जा सकता।
प्राप्त विवरण के अनुसार मामला कोतवाली क्षेत्र की ग्राम सभा तौरा व ग्राम सभा मंगत खेड़ा से सम्बन्धित है जहां 31 अक्टूबर सोमवार की दोपहर एक जमीन के टुकड़े को लेकर दो पछों में विवाद की स्थित पैदा होगयी जहां मनोज दुबे अपना एक पककी दिवारों का र्गिदा बनाकर उसपर टीन सेड डालकर बगंला टाईप बना रखें है तथा वहीं मनोज दुबे का टियुबेल भी है सूत्रों के अनुसार उसी से मिली हुई भूमि योगेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ पप्पू सिंह के सगे भांजे गौरव प्रताप सिंह ने जरिये बैनामा मोनू दुबे के चाचा से खरीदी थी वहीं ग्रामीणों के अनुसार प्रधान मनोज दुबे अपनी पुस्तैनी भूमि पर काबिज है विवाद का कारण गौरव प्रताप सिंह अपनी भूमि को छोड़ कर मोनू दुबे का हिस्सा प्राप्त करना चाहते थे जहां खूनी संघर्ष की स्थित पैदा होगयी और दोनों ही पछों में मारपीट होगयी जहां कोतवाली प्रभारी चन्द्र कांत सिंह ने बताया कि दोनों ही पछों से तहरीरें प्राप्त हुई और बल्बे सहित सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया था वही मंगलवार सुबह मुखबीर की सूचना पर वान्छित नाम जद आरोपियों में गौरव प्रताप सिंह पुत्र प्रबल प्रताप सिंह नि० ग्राम तौरा हाल मुकाम आवास विकाश कालोनी उन्नाव व बृजेन्द्र सिंह उर्फ डम्पी सिंह पुत्र बंशगोपाल सिंह नि० ग्राम तौरा थाना कोतवाली पुरवा जनपद उन्नाव व दूसरे पछ से मनोज दुबे पुत्र स्व० शिवमोहन दुबे नि० ग्राम मंगत खेड़ा थाना कोतवाली पुरवा जनपद उन्नाव को गिरफ्तार किया गया गिरफ्तार करने वाली टीम में,उपनिरीक्षक बृजेश कुमार यादव,उपनिरीक्षक चन्द्रपालसिंह,हे॰का० सतीष तोमर ,का०अजय पाल ,का० तरुण सिरोही, का० मनीशदेवल,का० अजीतसिंह,का०प्रसान्त सिंह,आदि सामिल रहें वहीं गिरफ्तार सुदा लोगों को न्यायालय भेजा गया जहां न्यायिक हिरासत में तीनों हीआरोपियों को जेल भेजा गया।