उतार-चढ़ाव आते हैं लेकिन उसने जूझना ही जिंदगी : जिलाधिकारी
लखनऊ। जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार दीपावली के दूसरे दिन मंगलवार को अपने बेटे कृष्णा के साथ सरोजनीनगर के हीरालालनगर स्थित व्योश्रेष्ठ मन्दिर वृद्धाश्रम पहुंचकर बुजुर्गों के साथ दिवाली मनाई। इस दौरान उन्होंने यहां रह रहे सभी बुजुर्गो को मिठाई के साथ खुशियां भी बांटी। जिलाधिकारी को अपने बीच पाकर भावुक हुए बुजुर्गो का ढांढस बधवाते हुए जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने कहा कि उतार-चढ़ाव सभी की जिन्दगी में आते है और उनसे जुझते रहना है कि जिन्दगी है।इस मौके पर जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगावार ने यहां रहने वाले बुजुर्गों से वृद्धाश्रम में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली। वहीं इस पल को देखकर भावुक हुए बुजुर्गों ने लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार व उनके बेटे को आशीर्वाद भी दिया। अपने पुत्र के साथ वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के बीच लगभग एक से डेढ़ घंटे तक का समय बिताया और अपना नम्बर देते हुए कहा कि कभी कोई दिक्कत हो तो बेहिचक किसी भी समय कॉल कर सकते हैं।
इनसेट-जिलाधिकारी से शायरी की पुस्तिक प्रकाशित करने की लगाई गुहार बाराबंकी के रहने वाले बुजुर्ग कमलेश पाण्डेय की उम्र 80 वर्ष है और वह बीते पांच वर्षों से सरोजनीनगर के हीरालालनगर स्थित वृद्धावस्थ आश्रम में रह रहे है। इस दौरान उन्होंने अपने एकाकीपन को शायरी में पिरोते कई शेर सुनाए और अपने हालात बयां किए। श्री पाण्डेय की शायरी सुनकर जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार भी भावुक हो उठे। इस दौरान कमलेश पाण्डेय ने जिलाधिकारी से अपनी शायरी की किताब का प्रकाशन करवाने का अनुरोध किया। इस पर जिलाधिकारी ने एसडीएम सरोजनीनगर सिद्धार्थ को बुजुर्ग कमलेश पाण्डेय द्वारा लिखे कलाम संकलित कर पुस्तक का प्रकाशन कराने का निर्देश दिया।
