बोलेरो गाड़ी से गबन का रुपया दिल्ली भेजने की थी तैयारी,
कम्पनी मालिक ने पुलिस की मदद से एक्सप्रेसवे मार्ग से गाड़ी समेत रुपया किया बरामद
कंपनी मालिक की शिकायत पर एम् डी समेत शाखा मैनेजर व दो महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज
आलमबाग
कृष्णा नगर कोतवाली पर सोमवार सुबह मुंबई से संचालित एक निजी फार्मा कंपनी के मालिक ने लगभग तीन वर्षो से उनकी लखनऊ में संचालित शाखा कार्यालय से गबन करने का आरोप लगाते हुए गबन का लाखो रुपया दिल्ली में पहुंचा कर आपस में बटवारा करने की जानकारी पुलिस को दी जिसपर स्थानीय पुलिस ने एक टीम गठित कर कंपनी मालिक संग गाड़ी का पीछा कर आगरा एक्सप्रेसवे मार्ग पर गाड़ी को रुकवाया तो गाड़ी में दो बेगो में भरा हुआ ३५ लाख रुपया बरामद हुआ। पुलिस ने रुपयों से भरा बेग कब्जे में लेकर गाड़ी समेत शाखा मैनेजर को हिरासत में लेकर थाने पहुंची। थाने पहुंचे कंपनी मालिक ने कंपनी के एम् डी,शाखा प्रबंधक एवं कंपनी में शामिल दो महिलाओ के खिलाफ नामजद लिखित शिकायत की है। पुलिस ने कंपनी मालिक की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मूल रूप से मलाड वेस्ट मुंबई के रहने वाले रंजीत शर्मा पुत्र स्व डा महेंद्र प्रसाद का एरेस्टो फार्मा दवा की कंपनी है जिसकी शाखाये देश भर के विभिन्न जनपदों में संचालित है और इस्टाकिस्टो की मदद से दवा का कारोबार करती है। कंपनी मालिक के अनुसार लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर शाखा में मैनेजर जीतेन्द्र कुमार शाह पुत्र विनोद चंद्र निवासी केसरी खेड़ा थाना कृष्णा नगर कंपनी के एम् डी उमेश शर्मा एवं उमा देवी कंचन राय मिलकर लगभग तीन वर्षों से हिसाब किताब में गड़बड़ी कर कंपनी के रुपये को गबन कर रहे थे जिसकी जानकारी उन्हें कपनी के विस्वस्नीय लोगो द्वारा लगातार मिल रही थी। कंपनी के गबन के रुपयों का मोटा बटवारा होने की जानकारी मिलने पर रविवार रात व फ्लाइट द्वारा लखनऊ पहुंचे और कृष्णा नगर थाने पर पहुँच कर पुलिस से मदद मांगी आनन् फानन में स्थानीय पुलिस ने एक टीम गठित कर कंपनी मालिक संग आगरा एक्सप्रेसवे पर बोलेरो गाड़ी रोका तो गाड़ी में शखा प्रबंधक अपने परिवार संग सवार मिला तलाशी दौरान गाड़ी में लाल व काले रंग के बैग में रखा ३५ लाख रुपया पुलिस को मिला जिसपर पुलिस ने रुपयों से भरा बेग कब्जे में लेते हुए शाखा मैनेजर जीतेन्द्र शाह को गाड़ी समेत हिरासत में ले लिया। वहीँ थाने पहुंचे कंपनी मालिक ने चार लोगो के खिलाफ नामजद धोखाघड़ी कर कम्पनी के रुपयों का गबन करने का आरोप लगा मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस पूछताछ में कम्पनी मैनेजर ने कबूल किया है कि वह अपने परिवार संग रुपयों से भरा बैग लेकर दिल्ली जा रहा था जहाँ उसे उमा व कंचना को रूपये देने थे और बाद में हमलोग इन रुपयों को आपस में बाँट लेते। पुलिस ने शाखा प्रबंधक के खिलाफ कार्यवाई कर जेल भेज अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।
कम्पनी में ऐसे करते थे घोटाला,
फार्मा कम्पनी मालिक रंजीत शर्मा ने आरोपियों की कृत्यों की जानकारी देते हुए बताया कि यह लोग मिलकर लगभग तीन वर्षो से कम्पनी को चुना लगा रहे थे और गबन की अवैध कमाई को आपस में बंदरबांट कर रहे थ। यह लोग स्टाकिस्टों संग मिलकर कम्पनी के दवाइयों को बेचते और उन्हें अधिक मुनाफे का लालच देकर नगद भुगतान ले लेते थे और सप्लाई की गई दवाओं को डैमेज दिखा कर वापस ले लेते और उन दवाओं को कम्पनी में डैमेज दिखा वापस भेज देते थे जिससे कंपनी भुगतान से भी बच जाते थे।