करनैलगंज, गोण्डा। स्थानीय तहसील मुख्यालय स्थित कस्बा कर्नलगंज के प्रतिष्ठित व कापी किताब के मशहूर व्यवसायी करीब 70 वर्षीय सरदार कृष्ण सिंह छाबड़ा पुस्तक भंडार का इलाज के दौरान निधन हो गया।
मालूम हो कि एक दौर था जब करनैलगंज कस्बे के स्टेशन रोड स्थित गुरुद्वारे के पास छाबड़ा पुस्तक भंडार पर कापी किताब का खरीदने के लिए लोगों की काफी भीड़ लगती थी और कर्नलगंज में ही नहीं बल्कि गोंडा जिले में वह कापी किताब के मशहूर व्यवसायी माने जाते थे। खासकर नवीन शिक्षा सत्र शुरू होने पर जुलाई माह में तो छात्रों के साथ ही अभिभावकों की उनके यहाँ लम्बी लाइन लगती थी। कारण यह था कि उस दौर में पुस्तक भंडार नाम की एक मात्र यही दुकान हुआ करती थी और कस्बे में कन्हैयालाल इंटर कालेज, विवेकानंद, मिडिल स्कूल, दयानंद विद्यालय सहित अन्य कई स्कूलों के साथ ही ग्रामीण अंचलों के स्कूली छात्रों को पाठ्य सामग्री खरीदने इसी दुकान पर आना पड़ता था।कर्नलगंज ही नहीं बल्कि कटरा बाजार, हलधरमऊ और परसपुर क्षेत्र में भी छाबड़ा पुस्तक भंडार से ही पाठ्य सामग्री की सप्लाई होती थी। इतना ही नहीं छाबड़ा पुस्तक भंडार की इस दुकान पर छात्रों को पेन मे फ्री स्याही भरने की भी छूट रहती थी। उस दौर में उनकी दुकान पर भीड़ का आलम यह था कि सरल स्वभाव के लिए प्रसिद्ध सरदार जी अपनी दुकान पर बैठे रहते और केवल हिसाब जोड़ने और पैसे लेने से ही उनको फुर्सत नहीं मिलती थी। बताया जाता है कि सरदार जी इन दिनों लखनऊ में रहकर अपना इलाज करा रहे थे और इलाज के दौरान ही उन्होंने बीती रात्रि में अंतिम सांस लेकर संसार छोड़ दिया।