Breaking News

ड्रोन तकनीक से होगा कृषि का कायाकल्प : सूर्य प्रताप शाही प्रदेश के कृषि मंत्री ने रहीमाबाद में सैकड़ों किसानों की मौजूदगी में किया कृषि ड्रोन का डेमोंसट्रेशन

 

15 जुलाई को महाराष्ट्र से निकली कृषि ड्रोन यात्रा पहुंची लखनऊ

 

कृषि मंत्री ने ड्रोन तकनीक को बताया कृषि के भविष्य को संवारने वाली तकनीक

 

किसानों के श्रम, समय और धन की बचत करेगी ड्रोन टेक्नोलॉजी

 

 

लखनऊ, 01 सितंबर, 2022।

 

प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि ड्रोन डेमोंसट्रेशन कार्यक्रम में ड्रोन तकनीक को कृषि का कायाकल्प करने वाली तकनीक बताया। इस दौरान कृषि ड्रोन निर्माता कंपनी के विशेषज्ञों ने किसानों को कृषि ड्रोन के लाभ और उपयोग करने के तरीकों के विषय में विस्तार से बताया।

कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेश के किसानों की आर्थिक समृद्धि के लिए कृषि क्षेत्र में इजाद की जाने वाली हर नई तकनीक को किसान के खेत तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। जिससे किसानों के समय, धन तथा श्रम की बचत होगी और वे उच्च गुणवत्ता वाला उत्पादन प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ड्रोन टेक्नोलॉजी के माध्यम से कृषि क्षेत्र में हानिकारक रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग को घटाकर उनके स्थान पर तरल नैनो दवाओं व उर्वरकों के प्रयोग को बढ़ावा देगी। उन्होंने कहा कि 1 एकड़ भूमि के लिए नैनो यूरिया के आधे लीटर का घोल पर्याप्त है। वर्तमान में इसके लिए कई किलो ठोस यूरिया का प्रयोग किया जाता है। नैनो तरल दवाओं तथा उर्वरकों के उपयोग से मानव स्वास्थ्य तथा मिट्टी दोनों को बचाया जा सकता है।

कृषि मंत्री श्री शाही ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से केंद्र सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश को कुल 32 ड्रोन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इनमें से 4 कृषि विश्वविद्यालयों को, 10 कृषि विज्ञान केंद्रों को तथा शेष 18 आईसीएआर के संस्थानों को उपलब्ध कराए जाएंगे। 32 ड्रोनों के द्वारा प्रदेश भर में कुल 8 हजार हेक्टेयर भूमि पर डेमोंसट्रेशन किया जाना है। इन ड्रोनों को खरीदने के लिए केंद्र सरकार द्वारा 5 करोड़ 60 लाख रुपयों की धनराशि अवमुक्त कर दी गई है।

श्री शाही ने बताया कि ये कृषि ड्रोन प्रदेश के कृषि स्नातकों को 50 प्रतिशत अनुदान पर तथा कृषि उत्पादन संगठनों को ऑपरेटिव सोसाइटीज को 40 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध कराए जाएंगे। इस प्रकार किसी कृषि स्नातक को लगभग 10 लाख रुपए मूल्य के इस ड्रोन के लिए केवल 5 लाख रुपए चुकाने होंगे। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में प्रदेश के अलग-अलग स्थानों में किसानों को जागरूक करने के लिए ड्रोन डेमोंसट्रेशन के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

इस दौरान ड्रोन निर्माता कंपनी के विशेषज्ञों द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित लगभग 300 किसानों को इस तकनीक के विषय में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि ड्रोन छिड़काव से किसानों को केवल सात मिनट में एक एकड़ खेत में स्प्रे करने में मदद मिल सकती है। कंपनी का दावा है कि वह भारत के 13 राज्यों में ड्रोन छिड़काव के बारे में 10 हजार से अधिक किसानों को प्रशिक्षित करेगी। कार्यक्रम के दौरान सैकड़ों किसान व कृषि विभाग के अनेक अधिकारी उपस्थित रहे।

About Author@kd

Check Also

मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय मुकीमपुर में जागरूकता कार्यक्रम संपन्न

    प्रधानाध्यापिका व शिक्षकों ने छात्राओं को दिए उपहार। खबर दृष्टिकोण सिधौली/सीतापुर । तहसील …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!