अंकित कुमार द्विवेदी ब्लॉक संवाददाता कदौरा
कदौरा /जालौन, कस्बे में बीती रात सब्जी मंडी मैन बाजार स्तिथ मुन्ना अंसारी के आवास में जिक्रे शोहदा ए कर्बला मौला अली कांफ्रेंस बड़ी शौकत के साथ मनाया गया जिसमे उलमाओं के साथ नाते पाक गुनगुनाने के लिए दूरदराज से आये शायर व उनको सुनने के लिये सैकड़ो की संख्या में अक़ीक़दमंद मौजूद रहे
जलसे में शफीपुर शरीफ जिला उन्नाव से तसरीफ लाये खानकाहे बक़ाईया वारिसे सिलसिले बक़ाईया पीरे तरीक़त रहबरे शरीयत हज़रत अल्लामा सय्यद हुज़ूर अश्शाह हस्सान बक़ाई ने अपनी तकरीर के दौरान कहा कि कर्बला में किस तरह से अपने नाना की उम्मत बख्शवाने की खातिर अपने घर को भी कुर्बान कर दिया उन्होंने तकरीर के दौरान इमाम हुसैन कर्बला वालों की ज़िंदगी के बारे में बताया और हज़रत ने ये पैगाम दिया कि हुसैन उस जात का नाम है जिससे हम सब मुहब्बत करते हैं हमारे इमामे हुसैन ने दीन के खातिर भूखे प्यासे रहकर अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया मगर दीन को आंच नही आने दी उन्होंने अपने 72 साथियो के साथ यजीदियों से जंग लड़ी थी जिसमे मासूम बच्चे व औरते भी शामिल थी,मज्जिले करना उनको याद करना अच्छी बात है मगर उससे भी अच्छा क्या है,इंसान के अंदर इंसानियत अगर आपके परिवार में मोहल्ले में कोई भी व्यक्ति परेशान है वी फिर किसी भी धर्म का क्यो न हो तो उसकी मदद करना चाहिए भूखे को खाना खिलाना चाहिए अगर आप के दरवाजे कोई मांगने वाला आये तो उसको खाली हाथ नही लौटना चाहिए और उन्होंने शिक्षा पर जोर देते हुये बताया कि अपने अपने बच्चों को दीनी तालीम के साथ दुनियाबी तालीम भी देना चाहिए जिससे वो अपने देश का नाम रोशन कर सके
इस दैरान मौलाना उस्मान ने तक़रीर में ये पैगाम दिया कि हर इंसान को आपस मे प्यार मुहब्बत से रहना चाहिए
जलसे में निज़ामत अब्दुल कलाम कदौरवी ने की उन्होंने अपनी शायरी में ‘ सर न देते जो कर्बला वाले मस्जिदों में अज़ान नही होती ,सुनकर लोगो ने खूब नारे लगाए
हमीरपुर से आये शायर मशहूद रज़ा ने नात पढ़कर कांटे भी हो गए है गुलज़ार कर्बला में,सुनकर लोगो ने खूब वाह वाही लूटी,वही स्टेज पर मौजूद शायर सददाम रजा फतेहपुरी ने अपनी नात अब जमाने की कोई जरूरत नही,मिल गया है जब मुस्तफा का साथ पढ़कर खूब वाहवाही लूटी
इस दौरान,ज़ाहिद निज़ामी,जमाल निज़ामी,इस्राइल बक़ाई,लाला अंसारी,नफीस उररहमान,मुन्ना अंसारी,शाहिद अंसारी,जाहिद अंसारी,सुल्तान अहमद,हाफिज बसीर,बादशाह, छोटे मुन्ना,शरीफ़ खान,रानू मंसूरी वाकाई,बट्टन खान,आदि उल्माए इकराम मौजूद रहे