लखनऊ, । जिला जेल से पेशी के लिए बिजनौर ले जाया गया कुख्यात अपराधी आदित्य राणा पुलिस कर्मियों को चकमा देकर शाहजहांपुर से मंगलवार रात फरार हो गया। आदित्य के खिलाफ बिजनौर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में हत्या, लूट, जानलेवा हमले, अपहरण और आर्म्स एक्ट समेत 27 मुकदमे दर्ज हैं। वह जिला जेल में हाई सिक्योरटी बैरक में रखा गया था।आदित्य राणा बिजनौर के नंगला का रहने वाला है। बीते 22 अगस्त की शाम को उसे कड़ी सुरक्षा में लखनऊ जिला जेल से दारोगा दीपक कुमार, सिपाही अमित और रिंकू सिंह, चालक मनोज के साथ वैन से पेशी के लिए लेकर रवाना हुए थे। 23 अगस्त को बिजनौर में फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वितीय में पेशी होनी थी। वरिष्ठ जेल अधीक्षक आशीष तिवारी के मुताबिक मंगलवार को पेशी के बाद पुलिस कर्मी उसे कड़ी सुरक्षा में लेकर फिर लखनऊ के लिए रवाना हुए।रात शाहजहांपुर में राम चंद्र मिशन इलाके में स्थित एक ढाबे पर सभी ने खाना खाया। खाना खाने के बाद बंदी आदित्य ने पुलिस कर्मियों से शौंच जाने की बात कही। उन्हें चमका देकर भाग निकला। काफी देर तक जब आदित्य नहीं लौटा तो उसकी खोजबीन शुरू की गई। कुछ पता न चलने पर सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों ने सूचना दी। इसके बाद आदित्य राणा के साथ ही सुरक्षा में तैनात दारोगा और अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ शाहजहांपुर में मुकदमा दर्ज कराया गया।वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि आदित्य राणा बाराबंकी जेल में बंद था। प्रशासनिक अधार पर उसे बाराबंकी से लखनऊ जेल में शिफ्ट किया गया था। लखनऊ में उसे सीसी कैमरे से लैस हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया था। उसकी सुरक्षा जेल में भी कड़ी थी।