फतेहपुर, । खागा नगर के मानू का पुरवा मोहल्ले में स्टील फर्नीचर कारखाना चलाने वाले कारोबारी खखरेड़ू थाने के पौली गांव निवासी 22 वर्षीय इरफान को बीते 21 जुलाई को अगवा करने के बाद अपहर्ताओं ने उसी दिन हत्या करके शव यमुना नदी में फेंक दिया। पुलिस को झांसा देने के लिए मुख्य आरोपित धर्मेंद्र मौर्य तथा उसके साथी कानपुर, फरीदाबाद, मेरठ, दिल्ली, चित्रकूट, कोटा तथा अहमदाबाद में घूमते रहे।कोतवाली प्रभारी जेपी शाही ने बताया कि स्टील फर्नीचर कारोबारी को अगवा करने के बाद धर्मेंद्र मौर्य-कसरहा पुरवा थाना हथगाम व उसके चार साथियों ने मिलकर उसी दिन हत्या कर दी। अब तक जिन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, उसमें स्टील फर्नीचर कारोबारी की उसी दिन हत्या करके शव यमुना नदी में फेंकने की बात सामने आई है।हिरासत में लिए गए संदिग्धों ने जो बताया, उसके मुताबिक औगासी, गाजीपुर पक्का पुल से शव को यमुना नदी में फेंककर धर्मेंद्र व उसके साथी कार से कानपुर की ओर निकल गए। मेरठ में रुकने के बाद वह विमल को साथ लेकर फतेहपुर लौट आए। यहां पर बीते 23 जुलाई को कार व विमल को छोड़कर सभी आरोपित बस से बांदा होते हुए चित्रकूट निकल गए। वहां पर एक व्यक्ति से रुपये लेकर सभी हत्यारोपित अहमदाबाद और कोटा राजस्थान निकल गए।पुलिस टीमें स्टील कारोबारी की सकुशल बरामदगी में लगी हुई थी। तभी घटना से जुड़े संदिग्धों ने हत्या किए जाने की जानकारी दी। यमुना नदी के किनारे कई स्थानों पर शव की खोजबीन हुई है। अभी तक शव नहीं बरामद हुआ है।