संवाददाता सुनील मणि
श्री सत्य नाम श्री कोटवा धाम
श्री गुरुवे नमः
“राम कृष्ण से को बड़ा, तिंहु तो गुरु किंह।
तीन लोग के वे धनी,गुरु आगे अधीन”।।
सात दीप नो खण्ड मा, गुरु से बड़ा ना कोई ।
गुरु दाया से ज्ञान भा,उपजा बिमल विराग।।
गुरु दाया से दृढ़ भा चेला, फिर ना करे तीरथ व्रत मेला ।
मनुष्य को माया रूपी संसार से केवल गुरु ही मुक्ति दिला सकता है । अन्य उपाय कोई नहीं है …गुरु के शिवाय
मातु पिता गुरु चरण मनाओ,राम भजन का मारग पाओ।
आज पुरवा धाम मै गुरु पूर्णिमा का महा पर्व बहुत ही हर्ष उल्लास के साथ मनाए गया । बाबा का पुरवा पूरे देवीदास में भक्तों का ताता लगा और भारी संख्या में गुरु पूर्णिमा के दिन लोगों ने बाबा के दर्शन किए ।
सत्संग आरती ज्ञान उपदेश दिया गया। प्रसाद वितरण हुआ हजारों की संख्या मै भक्तो का आना हुआ ।
संत देवी दास जू महराज
तृतीया पावा
(श्री कोटवा धाम अधीनस्थ)
पूंज्य महंत श्री घनश्याम दास साहेब
के कर कमलों द्वारा मान्य गया गुरु पूर्णिमा का पवन पर्व
रंजन शरण दास
श्री सत्य नाम सेवा आश्रम (बड़ा घर) जनपद बाराबंकी उत्तर प्रदेश
