कानपुर, । कल्याणपुर क्षेत्र के लखनपुर स्थित द पनेशिया पैरामेडिकल साइंसेज एंड नर्सिंग इंस्टीट्यूट की चौथी मंजिल पर चढ़े छात्र ने खुदकुशी की धमकी तो प्रबंधन के हाथ पांव फूल गए। मंगलवार दोपहर से साढ़े चार घंटे तक उसका हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा। सूचना पर एसीपी कल्याणपुर और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची तब उसे नीचे उतारा जा सका। लखनपुर में न्यूरो सर्जन डा. विकास शुक्ला का द पनेशिया पैरामेडिकल साइंसेज एंड नर्सिंग इंस्टीट्यूट है। यहां पर कन्नौज जनपद के ठठिया अंतर्गत गयादीनपुरवा गांव निवासी रामनरेश का बेटा प्रांशू ओटी टेक्नीशियन का काेर्स कर रहा है और फाइनल इयर का छात्र है। प्रांशू का आरोप है कि इंस्टीट्यूट प्रबंधन ने दो साल पहले उसके हाईस्कूल के मूल अंकपत्र जमा करवा लिए थे। वह एक साल से चक्कर लगा रहा है लेकिन प्रबंधन उसके अंकपत्र वापस नहीं कर रहा है। इससे तंग होकर मंगलवार दोपहर करीब एक बजे वह इंस्टीट्यूट पहुंचा और चौथी मंजिल पर चढ़कर दरवाजा बंद करने के बाद टेरिस पर आकर अंकपत्र न मिलने पर आत्महत्या की धमकी दी। प्रधानाचार्य डॉ. दीप्ति तिवारी व स्टाफ के हाथ पांव फूल गये और उन्होंने डा. विकास शुक्ला तथा कल्याणपुर पुलिस को सूचना दी।एसीपी कल्याणपुर दिनेश कुमार शुक्ला व फजलगंज फायर स्टेशन से विनोद कुमार पांडेय गाड़ी लेकर मौके पर पहुंचे और छात्र के पिता को सूचना दी। साढ़े चार घंटे की मशक्कत के बाद शाम 5 बजकर 30 मिनट पर इंस्टीट्यूट प्रबंधन के लिखित आश्वासन के बाद ही छात्र प्रांशु नीचे उतरकर आया। इस दौरान उसकी हालत बिगड़ गई और उल्टियां होने लगी इसके बाद उसे डाक्टर के पास ले जाया गया। एसीपी दिनेश कुमार शुक्ला ने बताया कि प्रधानाचार्य ने इंस्टीट्यूट के लेटरहेड पर लिखित रूप से उसके हाईस्कूल के अंकपत्र पर दिलवाने का आश्वासन दिया है।प्रधानाचार्य डा. दीप्ति तिवारी ने बताया कि उन्होंने तीन महीने पहले ही कार्यभार संभाला है। इससे पूर्व यहां सुजाता सैनी प्रधानाचार्य थीं, जो करीब 40 छात्रों के मूल अंकपत्र , इंस्टीट्यूट के महत्वपूर्ण दस्तावेज ले गई थीं। उन्होंने छात्र-छात्राओं की फीस का भी धोखाधड़ी करके गबन किया था। इसे लेकर डा. विकास शुक्ला ने सुजाता सैनी व उनके पति समेत तीन के खिलाफ कल्याणपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।