लखनऊ। विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर रिवर बैंक काॅलोनी स्थित आईएमए सभागार में जनसंख्या से जुड़े मुद्दे पर नुक्कड़ नाटक एव परिवार नियोजन पर जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
आईएमए लखनऊ शाखा के अध्यक्ष डाॅ.मनीष टंडन अध्यक्ष ने कहा कि आज दुनिया के हर विकासशील और विकसित दोनों तरह के देश जनसंख्या विस्फोट से चिंतित हैं। भारत में बढती जनसंख्या की वजह से देश में लगातार बेरोजगारी व गरीबी बढ़ रही है। इसी गति से यदि जनसंख्या बढ़ती रही तो आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित और स्वस्थ रह पाना मुश्किल होगा। डाॅ. मनीष टंडन ने बताया कि भारत में एक मिनट में लगभग 25 बच्चे जन्म लेते हैं लेकिन यह आंकड़ा अस्पताल में जन्म लेने वालों का है जबकि आंकड़ा कहीं इससे ज्यादा है जहाँ घरों में बच्चे जन्म लेते हैं। यदि जनसंख्या की रफ्तार पर रोक नहीं लगी तो भारत 2030 तक दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश बन जाएगा। आईएमए लखनऊ के सचिव डॉ. संजय सक्सेना ने बताया कि यह दिवस सबसे पहली बार 11 जुलाई 1987 को मनाया गया था । इसी दिन विश्व की जनसंख्या 15 अरब को पार कर गई थी इसे देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने जनसंख्या वृद्धि को लेकर दुनिया भर में जागरूकता फैलाने के लिए यह दिवस मनाने का निर्णय लिया गया।
इस अवसर पर डॉ. हेमप्रभा गुप्ता, पूर्व विभागाध्यक्ष एवं प्रोफेसर, ऐरा मेडिकल काॅलेज तथा डा. उर्मिला सिंह, पूर्व वरिष्ठ प्रोफेसर, क्वीन मैरी हॉस्पिटल, केजीएमयू डाॅ. रूखसाना खान डाॅ. दीपाली श्रीवास्तव व डाॅ. नीलिमा यादव ने अपने विचार रखे।