संवाद सहयोगी कोंच-
कलश यात्रा में सुसज्जित रथ पर भागवताचार्य दिनेश शास्त्री वृंदावन धाम विराजमान थे जबकि पारीक्षत राजेन्द्र प्रसाद मुदगिल सिर पर श्रीमद्भागवत पुराण रखकर चल रहे थे।ढोल नगाड़ों व बैंड बाजों के बीच युवा हांथों में ध्वज पताका फहराते हुए नृत्य कर आगे आगे चल रहे थे महिलाएं व युवतियां भी सिर पर आम्रपत्त,पुष्पों से सजे सुंदर कलश लेकर कीर्तन गाती हुईं कलश यात्रा में शामिल रहीं समूचे गांव का भृमण कर कलश यात्रा आश्रम स्थल पर पहुंची जहां गणेश पूजन के पश्चात दिनेश शास्त्री ने उपस्थित श्रोताओं को संगीतमय कथा का श्रवण कराया।प्रतिदिन सुबह साढ़े 8 से साढ़े 11 और शाम साढ़े 3 बजे से साढ़े 6 बजे तक कथा सुनाई जाएगी।12 जुलाई को कथा विराम होने पर संकीर्तन कार्यक्रम किया जाएगा और अगले रोज 13 जुलाई को गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक भंडारा प्रसाद बाँटा जायेगा।