रायबरेली – पशु चराने गए बालक की आयुर्वेदिक अस्पताल के निर्माणाधीन सेफ्टी टैंक में गिर कर मौत हो गई। जानकारी होने पर परिजन घटनास्थल पहुंचे और बालक को लेकर अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टर ने बालक को मृत घोषित कर दिया। इससे घर में रोना पीटना मच गया। बालक प्रतापगढ़ का रहने वाला था लेकिन यहां पर अपने ननिहाल में रह रहा था।प्रतापगढ़ जिले के लाला का पुरवा का रहने वाला अनुज गदागंज थाना क्षेत्र के पूरे ककोरन सुदामापुर निवासी अपने नाना हरिशंकर गुप्ता के यहां रहता था। वह शनिवार को भैंस चराने खेत की तरफ गया था। यहीं पर आयुर्वेदिक अस्पताल बन रहा है। अस्पताल के बगल में सेफ्टी टैंक बनवाया जा रहा है। टैंक में बारिश का पानी भरा है। इसी टैंक में गिर कर 9 साल के अनुज की मौत हो गई। घरवालों को जानकारी हुई तो वे घटनास्थल पहुंचे। अनुज के जिंदा होने की उम्मीद में परिजन उसे सरकारी अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।अनुज के पिता सुरेश एवं मां सुमन देवी ने बताया कि उसका बेटा ननिहाल में रहता था। परिजन अस्पताल से शव लेकर सीधे घर आ गए। परिजनों ने निर्माण करा रहे ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना है कि यदि निर्माणाधीन टैंक के आसपास बैरिकेडिंग की गई होती तो शायद यह घटना ना होती। 9 साल का अनुज दो बहनों में सबसे बड़ा था। अनुज की मौत से माता-पिता और छोटी बहन अनुष्का (6 वर्ष), रिया (4 वर्ष) का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता ने बताया कि बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।