मोहनलालगंज लखनऊ
1857 स्वतंत्रता संग्राम की महानायिका अमर शहीद वीरांगना उदा देवी पासी जी की 192 जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई गई। जयंती के शुभ अवसर पर राजस्थान के सभी पदाधिकारी व संचालक मंडल के सदस्य उपस्थित रहे। सभी सदस्यों ने उदा देवी पासी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की संस्थान के अध्यक्ष विजय चौधरी ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि 30 जून 1830 को जन्मी वीरांगना उदा देवी पासी लखनऊ के चिनहट के उजारियावा गांव निवासी मक्का पासी से विवाह हुआ उदा देवी लखनऊ के वाजिद अली शाह की पत्नी बेगम हजरत महल की महिला सेना की सेनापति थी। देश में जब प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 चल रहा था। अंग्रेजी सेना और भारतीय सेना के बीच सत्ता का संघर्ष जारी था।16 नवंबर 1857 लखनऊ के सिकन्दर बाग में सतीश अंग्रेजों को मौत के घाट उतार कर देश की आजादी के लिए पासी समाज की वीरांगना ऊदा देवी अंग्रेजों से लोहा लेते हुए अमर शहीद हो गई संस्थान के सभी सदस्यों ने बारी-बारी से इनके जीवन पर परिचय डाला अंबुज त्रिपाठी संरक्षक अरविंद अवस्थी विजय चौधरी अध्यक्ष संजय चौधरी उपाध्यक्ष गुड्डू पासवान उपाध्यक्ष पारख महासंघ मोहनलालगंज संजय कुमार रावत मंडल महामंत्री किसान मोर्चा आशीष भारती हरीश यादव सूर्यकांत मास्टर डॉ रमेश कुमार समाजसेवी अशोक कुमार रावत प्रधान प्रमोद कुमार कुशवाहा उमाशंकर चौधरी, रामसिंह आदि लोग उपस्थित रहे।
