सीतापुर जनपद में अवैध अस्पतालों में भ्रूण हत्या का अवैध कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहर सांड बिसवां जाने वाली रोड साडा बाजार मे स्थित बाजार छावनी के सामने एक प्राइवेट अस्पताल में भ्रूण हत्या का काला कारोबार चरम सीमा पर चल रहा है। इस अवैध अस्पताल में झोलाछाप डाक्टर व अनट्रेंड नर्सों द्वारा नॉर्मल डिलीवरी से लेकर सीजर ऑपरेशन तथा गृभपात धडल्ले से किये जाते हैं। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में इस अस्पताल की संचालिका व तथाकथित महिला डाक्टर पिर्या राज खुद स्वीकार कर रही हैं कि उन्होंने अब तक सैकडों डी एंड सी (गृभपात) किये हैं। तथाकथित महिला डाक्टर पिर्या राज का वीडियो वायरल होने के बाद भी सीतापुर जनपद का स्वास्थ्य विभाग अभी तक कुम्भकर्णी नींद सोया हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते तथाकथित महिला डाक्टर पिर्या राज गरीब व मासूम मरीज के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही हैं।
जानकारी के अनुसार साडा के बिसवां जाने वाली रोड के बगल बजार छावनी के पास ईथित एक प्राइवेट अस्पताल संचालित हो रहा है। इस अस्पताल की संचालिका पिर्या राज एक तथाकथित महिला डाक्टर है। जोकि खुद को बीएएमएस डाक्टर बताती है। बताते है कि इस अस्पताल का अभी तक न तो रजिस्ट्रेशन हुआ है और न ही कोई डिग्रीधारी डाक्टर यहां बैठते हैं। हालांकि मरीजों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए इस अस्पताल के पर जबकि वास्तविकता यह है कि यहां तथाकथित झोलाछाप डाक्टर व अनट्रेंड नर्से धडल्ले से मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने में जुटे हैं।
संचालिका व खुद को बीएएमएस डाक्टर बताने वाली महिला पिर्या राज नार्मल डिलीवरी से लेकर सीजर तथा गर्भपात कराने का ठेका ले लेती है। सूत्रों की माने तो हॉस्पिटल में भ्रूण हत्या का कारोबार सबसे अधिक किया जाता है। आलम यह है कि यहां झोलाछाप डाक्टर द्वारा बेहतर इलाज का झांसा देकर मरीजों का जमकर शोषण किया जा रहा है।
बीते दिनों की तथाकथित महिला डाक्टर पिर्या राज का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से इस काले कारोबार का खुलासा हुआ है। इस वायरल वीडियो में तथाकथित महिला डॉक्टर पिर्या राज एक तीमारदार से साफ साफ कह रही है कि हमने डी एंड सी (गृभपात) पहली बार नहीं किया है, पहले भी बहुत कर चुके हैं।
बताते हैं कि बीते दिनों हॉस्पिटल में एक व्यक्ति अपनी पत्नी का इलाज कराने के लिए आया था। जहां अस्पताल की तथाकथित महिला डाक्टर पयने की पत्नी का असुरक्षित अबॉर्शन कर दिया। जिससे महिला की हालत बिगड़ गई। यह देख तीमारदार अपने मरीज को आनन फानन में दूसरे अस्पताल में इलाज के लिए ले गया। पत्नी का इलाज कराने के बाद उस व्यक्ति ने तथाकथित महिला डाक्टर अपने अस्पताल के बाहर लगा बोर्ड हटा लिया है, लेकिन अस्पताल के अंदर अवैध कारोबार बदस्तूर जारी है।
फिलहाल अब देखना यह है कि स्वास्थ्य विभाग इस वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए इस तथाकथित महिला डॉक्टर व अवैध रूप से चल रहे इस अस्पताल के खिलाफ क्या एक्शन लेता है ?