रालपुर रायबरेली। आज वैज्ञानिक युग में सभी तौर तरीके बहुत तेजी से बदल रहे हैं किंतु संस्कार और शिक्षा एक ऐसी पद्धति है। जिसका पुराने ढंग से ही पालन पोषण होता चला आ रहा है। जहां पर शिक्षा है वही संस्कार है। जहां संस्कार है वहीं शिक्षा है। शिक्षा और संस्कार एक दूसरे के इस प्रकार पूरक हैं जैसे ईश्वर भक्त बिना और भक्त ईश्वर बिना अधूरा है।आज शिक्षा और संस्कार को आपस में जोड़ते हुए रालपुर क्षेत्र में मां गायत्री कन्या इंटर कॉलेज में हनुमंत वाला जी की विधि विधान से स्थापना की गई।
समस्त क्षेत्रवासियों और विद्यालय परिवार ने बजरंग बाला को स्थापित करने के लिए विधि विधान से सभी रस्मो रिवाज को पूर्ण करते हुए उनको यथा स्थान स्थापित किया और प्रभु बजरंग बाला के श्री चरणों से आशीर्वाद लेते हुए उनसे समस्त भक्त जनों ने यह प्रार्थना की कि शिक्षा का यह मंदिर युगों युगों तक समाज को संस्कार देता रहे, शिक्षा देता रहे।स्थापना के इस मौके पर शशिभूषण द्विवेदी, ओम प्रकाश मिश्रा, शिव शंकर, अजय, समस्त विद्यालय स्टाफ के साथ साथ अन्य कई भक्त गण उपस्थित रहे।