*संवाददाता* रघुनाथ सिंह /खबर/दृष्टिकोण/लखनऊ।
मरीजों को मिलेगी राहत
-गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, गोंडा, सहारनपुर, बाँदा, आजमगढ़, मुरादाबाद में भी मशीन लगेगी।
बलरामपुर अस्पताल समेत प्रदेश के नौ जिला अस्पतालों में एमआरआई मशीन लगाने की मंजूरी मिल गई है। अब यहां की इमरजेंसी व ओपीडी में आने वाले हड्डी व न्यूरो व चोटिल लोगों की जांच हो सकेगी। मरीजों के लिए बड़ी राहत वाली बात है। जांच का शुल्क अभी तय नहीं किया गया है। यह मशीनें राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन लगवा रहा है।
बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता बताते हैं कि यहां एमआरआई भवन बनकर तैयार है। मशीन इंस्टाल होते ही रेडियोलॉजिस्ट का प्रशिक्षण देने समेत दूसरे काम जल्द किये जाएंगे। ताकि मरीजों को इस जांच का लाभ जल्द मिल जाए।
20 से 30 मरीज एमआरआई के आते हैं
डॉ. जीपी गुप्ता कहते हैं कि अस्पताल में रोजाना करीब 20 से 30 मरीजों को एमआरआई की जरूरत पड़ती है। यह मरीज इमरजेंसी, ओपीडी में हड्डी, न्यरो व मेडिसिन विभाग के होते हैं। अब यहां के मरीजों को एमआरआई जांच के लिए दूसरे अस्पताल व निजी डायग्नोस्टिक सेंटर नहीं जाना पड़ेगा।
यहां लगेगी एमआरआई
लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल इसके अलावा गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, मेरठ, गोंडा, सहारनपुर, बाँदा, आजमगढ़ व मुरादाबाद के जिला अस्पताल में एमआरआई मशीन लगायी जाएंगी। मिशन की निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने मेडिकल कारपोरेशन लिमिटेड को एमआरआई मशीन खरीदने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए 13.55 करोड़ प्रति एमआरआई के हिसाब से नौ मशीन के लिए 121.95 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी।