कानपुर सेंट्रल बैंक के लाकर पीड़ितों के लिए खास रहा दिन
लखनऊ, । कानपुर स्थित सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की कराचीखाना शाखा में लाकर टूटने के मामले में बैंक प्रबंधन ने बड़ा कदम उठाते हुए पीड़ित लाकर धारकों को उनके दावे के अनुसार हर्जाना दे दिया। बैंक के कार्यपालक निदेशक राजीव पुरी ने सोमवार हजरतगंज स्थित आंचलिक कार्यालय में पीड़ित लाकर धारकों को मुआवजे की रकम दी। पीड़ित लाकर धारकों ने बैंक प्रबंधन के इस निर्णय के प्रति आभार जताया।कानपुर स्थित सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की कराची खाना में चार अप्रैल को बैंक ग्राहक के लाकर टूटने का मामला सामने आया था। पड़ताल शुरू हुई तो एक के बाद एक करीब 11 ग्राहकों के लाकर टूटने की घटना सामने आई। मामले में एफआइआर हुई। पीड़ित लाकर धारकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। मामले को सरकार ने संज्ञान में लिया और बैंक अधिकारियों ने तत्काल मामले के निराकरण के निर्देश दिए।इसी क्रम में मुंबई से लखनऊ पहुंचे बैंक के ईडी राजीव पुरी ने सोमवार को प्रदेश सरकार के अधिकारियों और कराचीखाना शाखा के पीड़ित लाकर धारकों के साथ बैठक की। इसके बाद अंचल कार्यालय में सभी पीड़ित लाकर धारकों को उनके दावे के अनुरूप भुगतान के रूप में डिमांड ड्राफ्ट सौंपा। ईडी राजीव पुरी ने कहा कि हमारा बैंक 110 वर्ष पुराना है। बैंक ग्राहकों का बैंक पर विश्वास ही इस लंबे सफर की बुनियाद है। उन्होंने कहा कि बैंक ग्राहकों के हितों की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है। उधर कराचीखाना शाखा के पीड़ित लाकर धारक पवन गुप्ता और अभिमन्यु गुप्ता ने भी बैंक प्रबंधक के प्रति आभार जताया। इस मौके पर बैंक के महाप्रबंधक लखनऊ एसके गुप्ता समेत तमाम लोग मौजूद रहे।ईडी राजीव पुरी ने कहा कि कराचीखाना शाखा के सभी 11 लाकरधारकों की ओर से लाकर से तीन करोड़ 71 लाख रुपये के जेवरात, आभूषण व अन्य सामान के गायब होने का दावा किया गया था। इसमें दो करोड़ चौसठ लाख 50 हजार रुपये भुगतान करते कर दिया गया है। लाकर धारक पूरी तरह संतुष्ट हैं।
