सीडीओ से लेकर कंप्यूटर आपरेटर तक पर एफआइआर दर्ज
जांच में कई अधिकारियों इस घोटाले से बरी
कम्प्यूटर आपरेटर दीपक कुमार की तलाश जारी
हमीरपुर, । विकासखंड क्षेत्र के छिमौली गांव में चार वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री आवास घोटाले के मामले में जांच के बाद तत्कालीन सीडीओ से लेकर कंप्यूटर आपरेटर तक पर एफआइआर दर्ज कराई गई। साथ ही कई बड़े अधिकारी निलंबित भी हुए थे। हालांकि बाद में की गई जांच में कई अधिकारियों को इस घोटाले से बरी कर दिया गया है। लेकिन पुलिस की जांच में दो लोग आरोपित मिले है। जिनमें गांव के पूर्व प्रधान अशोक कुमार यादव को शनिवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जबकि जांच में पाए गए दूसरे आरोपित विकासखंड के कम्प्यूटर आपरेटर दीपक कुमार की तलाश जारी है।छिमौली गांव में 2018 से आवंटित प्रधानमंत्री आवास में भारी संख्या में पात्रों को आवास के साथ ही उन्हें निर्माण कार्य के लिए धनराशि भी दी गई। जिसमें लाखों रुपए के गोलमाल के साथ ही एक दर्जन से अधिक पात्र व्यक्तियों को वंचित कर दिया गया। जिसकी शिकायतें तहसील दिवसों के साथ ही शासन प्रशासन को की गई थी लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और जांचों को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। तभी पीड़ित पक्ष की ओर से उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई। जिस पर तत्काल जांच व कार्रवाई करने के आदेश दिए गए। तभी जिला विकास अधिकारी ने गहनता से जांच की और जिलाधिकारी के आदेश पर कोतवाली मौदहा में तत्कालीन खंड विकास अधिकारी रत्नेश सिंह की तहरीर पर आधा दर्जन से अधिक अधिकारियों व कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार व गबन के साथ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया। साथ ही मामले में परियोजना अधिकारी, दो खंड विकास अधिकारी, पंचायत सचिव व कम्प्यूटर आपरेटर निलंबित भी किए गए। बाद में शासन द्वारा कराई गई जांच में बड़े अधिकारियों को इस मामले में निर्दोष बताते हुए उन्हें बहाल कर दिया गया। जबकि पुलिस ने जांच में छिमौली गांव के पूर्व प्रधान अशोक कुमार यादव व विकासखंड के कम्प्यूटर आपरेटर दीपक कुमार आरोपित ठहराते हुए शनिवार को अशोक को गिरफ्तार कर लिया। वहीं दीपक की तलाश तेज कर दी है।
