नौ वर्षों से उलेढ़ा बिजलीघर पर संविदा कर्मी के रूप में तैनात था
दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने को लेकर थाने पहुंच हंगामा
पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा
बिजनौर, । हीमपुरदीपा क्षेत्र में फाल्ट ठीक करने के दौरान हाईटेंशन लाइन के करंट से बुरी तरह झुलसे उलेढ़ा बिजलीघर पर तैनात संविदाकर्मी की उपचार के दौरान दुखद मौत हो गई गांव रतनपुर खुर्द निवासी संजीव उर्फ बबलू 35 वर्ष पुत्र रामपाल सिंह नौ वर्षों से उलेढ़ा बिजलीघर पर संविदा कर्मी के रूप में तैनात था। शुक्रवार की देर शाम उलेढ़ा के जंगल में हाईटेंशन लाइन पर खराबी दूर करने के लिए गया था। बताया कि शटडाउन लिए जाने के बावजूद करंट आने से वह गंभीर रूप से झुलस गया जिसे उपचार के लिए बिजनौर जिला संयुक्त चिकित्सालय भेजा गया। हालत ठीक न होने पर उसे बिजनौर से मेरठ से दिल्ली रेफर कर दिया गया। जहां रात्रि में उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। शनिवार की सुबह घर पर शव पहुंचते ही स्वजन में हा-हाकार मचा। सैकड़ों ग्रामीणों ने आर्थिक सहायता दिलाने और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने को लेकर थाने पहुंच हंगामा किया। प्रशासनिक अधिकारियों और विभागीय अधिकारियों को बुलाने की पुरजोर मांग की। मृतक के पुत्र मयंक ने घटना से संबंधित थाने में तहरीर देकर लापरवाह कर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की। थाने पहुंचे एसडीएम पुलिस क्षेत्राधिकारी चांदपुर एवं एसडीओ हल्दौर ने स्वजन और ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि मृतक के स्वजन को टीडीएस कंपनी की ओर से छह लाख, विभाग की ओर से पांच लाख रुपए व विभागीय स्टाफ की ओर से डेढ़ लाख रूपए, किसान सहायता राशि तथा मृतक के पुत्र को संविदा कर्मी के रूप में नौकरी दी जाएगी। साथ ही लापरवाहकर्मियों के विरुद्ध जांच बाद कार्रवाई की जाएगी। जिनके आश्वासन पर ग्रामीण और स्वजन माने। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष डाक्टर अंकित लांबा ओम प्रकाश ओमपाल सिंह, रोहताश सिंह हेमेंद्र सिंह भूपेंद्र सिंह, सचिन आदि ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विभागीय लापरवाही वश घटना हुई है। जिस पर एसडीओ हल्दौर ने लापरवाही को स्वीकार करते हुए ड्यूटी पर तैनात संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
