बुलंदशहर, । महिला की मौत होने पर गोपालपुर स्थित निजी अस्पताल के गेट पर शव रखकर स्वजन व ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। करीब पांच घंटे हंगामा प्रदर्शन चला। आरोप लगाया कि जनवरी में प्रसव के लिए भर्ती कराई महिला के उपचार में चिकित्सक ने लापरवाही बरती, जिस कारण गौतमबुद्धनगर स्थित अस्पताल में उपचार के दौरान सोमवार रात महिला की मौत हो गई।कोतवाली क्षेत्र के गांव तिल डेयरी निवासी राहुल ने बताया कि उसकी 25 वर्षीय पत्नी प्रीति को गत 21 जनवरी को प्रसव पीड़ा होने पर औद्योगिक क्षेत्र के गोपालपुर गांव स्थित न्यूट्रिमा ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था। रात में नार्मल डिलीवरी के दौरान प्रीति ने बेटे को जन्म दिया, लेकिन उसके बाद प्रीति की हालत बिगडऩे लगी और रक्तस्राव बंद नहीं हुआ। आरोप है कि इस बारे में कहने पर चिकित्सक ने अभद्रता की।बाद में स्वजन प्रीति को ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा अस्पताल में ले गए। फिर 11 फरवरी को कासना गौतमबुद्धनगर स्थित कांशीराम अस्पताल में भर्ती कराया। वहां सोमवार देर रात प्रीति की मौत हो गई। एंबुलेंस से प्रीति का शव लेकर लौटे स्वजन ने न्यूट्रिमा ट्रामा सेंटर के गेट पर शव रखकर हंगामा किया। अस्पताल संचालक व स्टाफ में हड़कंप मच गया। उन्होंने गेट अंदर से बंद कर लिया। ग्रामीणों ने हंगामा कर वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर बुलाने और कार्रवाई की मांग शुरू कर दी।इसके बाद चौकी जोखाबाद और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों को समझाने बुझाने कराने का प्रयास किया, लेकिन वह उच्चाधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग करते रहे। तब तहसीलदार संजय कुमार समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्वजन से वार्ता कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। करीब पांच घंटे बाद राहुल ने अस्पताल संचालक के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम को भिजवाया।
