लखनऊ, । लखनऊ विश्वविद्यालय के कला एवं शिल्प महाविद्यालय (आर्ट्स कालेज) में सोमवार देर रात अराजक तत्वों ने मां सरस्वती की मूर्ति को खंड़ित कर दिया। यही नहीं, परिसर में मास्टर आफ विजुअल आर्ट मूर्ति कला विभाग का दरवाजा तोड़ने के साथ-साथ वहां रखीं अन्य कलाकृतियों को भी तोड़ दिया। मंगलवार को सुबह जब छात्र विभाग में पहुंचे तो उन्हीं इसकी जानकारी हुई। उन्होंने इसकी सूचना प्राक्टर को दी। वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने दोपहर में इस घटना के विरोध में गेट नंबर एक के पास धरना प्रदर्शन किया।लखनऊ विश्वविद्यालय के आर्ट्स कालेज में मुक्ता काशी मंच के पास मास्टर आफ विजुअल आर्ट्स का मूर्ति कला विभाग है। छात्रों के मुताबिक यहां मां सरस्वती की काफी पुरानी मूर्ति स्थापित है। बसंत पंचमी के अवसर पर उसकी पूजा भी की गई थी। सोमवार को मूर्ति कला विभाग के दूसरे, तीसरे व चौथे वर्ष की प्रयोगात्मक परीक्षाएं हुई थीं। जिसमें विद्यार्थियों ने थीम पर आधारित कला कृतियां बनाईं। देर रात अराजक तत्वों ने विभाग का दरवाजा तोड़ दिया। वहां स्थापित मां सरस्वती की मूर्ति को खंडित कर दिया और अन्य कलाकृतियां भी तोड़ दीं।छात्रों ने बताया कि जब सुबह आकर देखा तो घटना की जानकारी हुई। यहां लगा सीसीटीवी कैमरा भी काम नहीं कर रहा। कलाकृतियां टूटने से छात्र परेशान हैं। उनका कहना है कि उसी के आधार पर अंक दिए जाते हैं। एबीवीपी के विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिलकर चीफ प्राक्टर प्रोफेसर राकेश द्विवेदी ने ज्ञापन लेकर जांच कराने का आवश्वासन दिया है। वहीं, छात्रों का कहना है कि खंडित मूर्ति का गोमती में प्रवाहित कराया जाए।