संवाददाता रघुनाथ सिंह खबर दृष्टिकोण लखनऊ
पीजीआई के डॉक्टरों ने पहली बार रोबोट से दो मासूम बच्चों का ऑपरेशन कर नया जीवन दिया है। गुरुवार को संस्थान के नाम एक औऱ उपलब्धि जुड़ गई है। निदेशक डॉक्टर आर के धीमान ने बताया प्रदेश में रोबोट से बच्चों का ऑपरेशन करने वाला पहला संस्थान बन गया है। यह दोनों बच्चियों के ऑपरेशन चंडीगढ़ पीजीआई के पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. रवि कनौजिया की अगुवायी में संस्थान के डॉक्टरों ने किया है। दोनों मासूम की सेहत में सुधार है। बच्चे वार्ड में भर्ती हैं।
केस एक:
पीजीआई के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. बसंत कुमार बताते हैं कि सोनभद्र जिले की निवासी साढ़े तीन साल की मासूम जन्मजात बीमारी पित्त की थैली में गांठ से पीड़ित थी। इस बीमारी को चिकित्सा विज्ञान में (कोलोडेकल सिस्ट)। पित्त की नलियां फूल गई थी। पेट मे दर्द हो रहा था। रोबोट से ऑपरेशन कर पित्त को निकाल दिया गया। नली को आंत से जोड़ दिया।
केस दो:
डॉ. बसंत के मुताबिक झांसी निवासी पांच साल की बच्ची के खाने की नली और पेट मे रुकावट थी। खाने की नली में रुकावट थी। जिसकी वजह से उल्टी और डकार आ रही थी। इस बीमारी को चिकित्सा विज्ञान में (एक्लीजिया कार्डिया) कहते हैं। ऑपरेशन के बाद रुकावट को दूर कर दिया है।
इसी क्रम में भारत का पांचवा स्थान हासिल किया।
ऑपरेशन टीम के सदस्य
पीजीआई पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. बसंत कुमार, डॉ. अंकुर मंडेलिया, डॉ. विजय उपाध्याय, डॉ़ अमित अग्रवाल डॉ. रोहित, डॉ. अंजू, डॉ. पूजना, डॉ. प्रतिभा के अलावा एनेस्थीसिया के डॉ. तापस, डॉ. पुनीत व डॉ. सौम्या शामिल रहे।