देवरिया, । विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर समाजवादी पार्टी में उथल-पुथल होने से सियासी हलचल तेज हो गई है। रुद्रपुर विधानसभा सीट से दो दिन पहले घोषित समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी प्रदीप यादव की जगह पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद को पार्टी का प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा के बाद प्रदीप यादव पार्टी बागी होकर निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान प्रदीप यादव फूट-फूट कर रोने लगे। इसकी हर जगह चर्चा हो रही है। सपा के बागी प्रदीप यादव रोते हुए आरोप लगाया कि मैं समाजवादी पार्टी के लिए 20 वर्ष से काम कर रहा था। इसके बावजूद मेरा टिकट काट दिया गया। जनता इसका फैसला करेगी जिसको टिकट दिया गया है। उनके ऊपर कई मुकदमे है।कलेक्ट्रेट परिसर में नामांकन के दौरान सपा से बागी हुए निर्दल प्रत्याशी प्रदीप यादव रोते हुए बोले कि मेरा टिकट काट दिया गया। जनता के सामने में क्या मुंह दिखाऊंगा, क्या मैं नदी में डूब कर जान दे दूं।राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने खराब व्यक्ति को टिकट दिया है। मेरे साथ अन्याय किया गया है। मैं जनता के सहयोग से निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ूंगा। सपा प्रत्याशी को पांचवें स्थान पर कर दूंगा, नहीं तो कुर्ता टांग दूंगा।टिकट कटने के बाद बागी हुए प्रदीप यादव ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हिस्ट्रीशीटर को टिकट देकर अन्याय किया है माफिया और अपराधी को टिकट नहीं देने की बात करते हैं लेकिन एक हिस्ट्रीशीटर और अपराधी जिसके ऊपर कई मुकदमे हैं उस को टिकट दिया गया है।समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष डा. दिलीप यादव ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर टिकट में बदलाव किया गया है। प्रदीप यादव इस वक्त दुखी हैं, उनको मनाने की कोशिश की जाएगी वह पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता है। पार्टी के निर्देश का सभी को पालन करना चाहिए।