लखनऊ बिजनौर सरोजिनी नगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बिजनौर थाने की पुलिस ने ऐसा कार्य कर दिया है जिसको सुनकर आप भी दांतो तले उंगली दबाने को मजबूर हो जाएंगे पुलिस ने अपने रजिस्टर में एक ऐसी लिस्ट तैयार कर दी है जिसमें पूरा गांव दो धाराओं शामिल हो गया ग्रामीणों को यह समझ नहीं आ रह की पढ़ाई कर रहे छात्रों का क्या कसूर है और बुजुर्गों ने क्या गुनाह कर डाला जो पुलिस ने अपनी सूची में शामिल कर दिया
मामला राजधानी से सटे सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बिजनौर पुलिस थाने का है यहां की पुलिस ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जो शायद किसी ने सोचा भी नहीं होगा शांति भंग की धारा 107/116 के तहत पूरे गांव के एक एक घर को चुनकर सभी लोगों पर कारवाही कर दी इसके साथ ही 50 50 हजार की जमानत राशि भी निर्धारित की गई है चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस की लिस्ट में पढ़ाई कर रहे छात्र भी शामिल है इसके अलावा 65 से 70 साल के बुजुर्ग व्यक्ति भी पुलिस रडार में आ गए जो दंगा करने के लायक ही नहीं है कुछ ऐसे ही लिस्ट लेकर शुक्रवार को दो सिपाही बल सिंह खेड़ा गांव पहुंचे एक एक कर पुलिस ने लोगों को उनके नाम की लिस्ट जैसे ही थमाना शुरू किया वैसे ही पूरे गांव में हड़कंप मच गया जो लोग कभी दंगे फसाद में शामिल ही नहीं हुए वह लोग अपना नाम लिस्ट में देखकर पुलिस के प्रति आक्रोशित नजर आए ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने जानकारी लिए बगैर ही विरोधियों के साजिश के तहत सूची बना डाली पुलिस की लिस्ट कुछ इस प्रकार है हंसराज यादव पुत्र श्री कृष्ण प्रमोद कुमार पुत्र राम नरेश यादव नीरज पुत्र रामचंद्र गैंदलाल बिंदेश मदीप संदीप प्रमोद पुत्र लाल बहादुर गोविंद जयकरण सत्रोहन अजय पाल अशोक सहित पूरा गांव शामिल