मेरठ, । आरडी (रेकरिग डिपाजिट) का झांसा देकर एजेट ने दंपती को अपनी बातों में फंसा लिया। उन्होंने लालच में आकर एजेट को तीन लाख रुपये दे दिए। उसने एक पेपर पर हस्ताक्षर कराकर उसे अपने पास रखा लिया। समय पूरा होने पर दंपती ने एजेट से रुपये वापस मांगे तो उसने पहचानने से ही इन्कार कर दिया। जिसे सुनकर दंपती के होश उड़ गए। उन्होंने आरोपित के स्वजन से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने भी अभद्रता करते हुए दंपती को घर से निकाल दिया। दंपती ने संबंधित थाने में तहरीर दी है।ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के इंद्रा नगर प्रथम स्थित नंदनी चौक निवासी रिचा शर्मा पत्नी जितेंद्र शर्मा के मुताबिक करीब दस साल पहले एक रिश्तेदार के घर उनकी मुलाकात काली मंदिर ब्रह्मपुरी के रहने वाले एजेट विकास लोधी से हुई थी। उसने दस साल में रुपये डबल करने का लालच देकर दंपती से तीन लाख रुपये ले लिए और एक दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराकर उसे अपने पास रख लिया। समय पूरा होने पर दंपती विकास के पास पहुंचे। आरोप है कि विकास ने दंपती को पहचानने से ही इन्कार कर दिया और उसके स्वजन ने अभद्रता की। बुधवार दोपहर दंपती ने ब्रह्मपुरी थाने में विकास के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में तहरीर दी है। इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र शर्मा का कहना है कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। इसके बाद निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।