कानपुर, । उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण ( यूपीसीडा) के सहायक महाप्रबंधक पंकज पांडेय को निलंबित कर दिया गया। उन पर बिना आदेश के ही वरिष्ठ प्रबंधक अनिल वर्मा के विरुद्ध आरोप पत्र बनाने और उस पर पूर्व प्रबंध निदेशक से पूर्व की तिथि में हस्ताक्षर कराने का आरोप है। निलंबन की अवधि में वह गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण से संबद्ध रहेंगे। उनके विरुद्ध जांच के लिए प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी मयूर माहेश्वरी को जांच अधिकारी नामित किया गया है। अब वे उन पर लगे आरोपों की विस्तृत जांच करेंगे और आरोप पत्र सौंपेंगे। वरिष्ठ प्रबंधक अनिल वर्मा को 17 जुलाई 2016 को निलंबित कर दिया गया था। उनका निलंबन तत्कालीन प्रबंध निदेशक मनोज सिंह ने किया था। इसके बाद वे विदेश यात्रा पर चले गए थे और लौटने से पहले ही उनका तबादला हो गया था। एक अगस्त को बतौर प्रबंध निदेशक अमित घोष ने कार्यभार ग्रहण कर लिया था। उस समय तक अनिल वर्मा के विरुद्ध जांच के लिए जांच अधिकारी नामित नहीं किया गया था और न ही कोई आरोप पत्र ही बना था। हालांकि उन्हें आरोप पत्र जारी कर दिया गया था। अनिल वर्मा ने प्राधिकरण के चेयरमैन को भेजी गई शिकायत में कहा था कि आरोप पत्र बनाने के लिए तत्कालीन प्रभारी अधिकारी कार्मिक पंकज पांडेय के विरुद्ध जांच की जाए। चेयरमैन के आदेश पर सीईओ मयूर माहेश्वरी से इस संबंध में आख्या मांगी गई। शासन को भेजी गई रिपोर्ट में यह माना गया कि पंकज पांडेय ने तत्कालीन प्रबंध निदेशक मनोज ङ्क्षसह से आरोप पत्र पर पूर्व की तिथि में हस्ताक्षर करा लिया था। साथ ही आरोप पत्र के लिए पत्रावलियों में कोई आदेश नहीं था इसके बाद भी उन्होंने आरोप पत्र तैयार किया। अनिल वर्मा से संबंधित पत्रावलियां भी कार्यालय से गायब कर दी गई थीं। इन मामलों में पंकज पांडेय को दोषी माना गया है और अपर मुख्य सचिव ने उन्हें निलंबित कर दिया है।