साइन डॉट कॉम की फेकआईडी बना करते थे ऑनलाइन ठगी ,
मेदांता चिकित्साधीक्षक ने जालसाजों के खिलाफ दर्ज कराया था मुकदमा,
जालसाजों के पास से 5 लैपटॉप, राउटर, हार्ड डिस्क ,चारपहिया वाहन समेत अन्य उपकरण बरामद,
सुशांत गोल्फ सिटी ने किया खुलासा,
लखनऊ ।
सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने लखनऊ के मेदांता अस्पताल द्वारा माह अक्टूबर में अज्ञात जालसाजों द्वारा अस्पताल में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने और फर्जी नियुक्ति पत्र देने का मुकदमा दर्ज कराया था जिनकी तलाश में स्थानीय थाना समेत सर्विलांस की टीम लगाई गई थी वहीं शुक्रवार को स्थानीय पुलिस ने सर्विलांस टीम की मदद से नौकरी डॉट कॉम व साइन डॉट कॉम के नाम से फेक मेल आईडी बना ऑनलाइन डॉक्टरों को प्रतिष्ठित अस्पताल में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले मास्टर माइंड समेत चार अन्य जालसाजों को गिरफ्तार कर खुलासा किया गया हैं।जालसाजों के पास पुलिस को 5 लैपटॉप,1 राउटर,1 हार्ड डिस्क ,5 पैन ड्राइव,9 मोबाईल फोन,5 सिम कार्ड,1चिप,1 स्मार्ट वॉच व एक आई20 कार बरामद हुआ है। गिरफ्तार जालसाजों पर पुलिस ने दर्ज मुकदमे में कार्यवाही कर जेल भेज दिया है।
डीसीपी साउथ गोपाल कृष्ण चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार जालसाजों में राजेंद्र नगर पटना प्रांत बिहार का रहने वाला रमन चौहान पुत्र राजाराम सिंह एमबीए किया हुआ है वहीं थाना कटिहार बिहार का रहने वाला मो रफीक खान पुत्र मो फसी खान कम्प्यूटर इंजीनियर है और ये दोनों लोग इस गैंग के सरगना है।इसके अलावा इनके टीम में राम नगर थाना मेजा प्रयागराज का रहने वाला सुभेन्द्र मिश्रा पुत्र राम शंकर मिश्रा, करछना प्रयागराज निवासी रिषभ तिवारी पुत्र प्रमोद तिवारी जनपद चितरा झारखंड निवासी रोहन कुमार पुत्र दुलारचंद मेहतो को थाना क्षेत्र जान्हवी इन्क्लेव के पास से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के पूछताछ में जालसाजो ने अपना अपराध स्वीकार करने के साथ बताया कि लाकडाउन में नौकरी छूट जाने के बाद पिछले लगभग आठ माह से डाक्टरों को नामचीन अस्पतालो में अच्छे पैकेज देने का लालच देकर पन्द्रह हजार से लेकर लाखों रूपये की ठगी करते थे और अब तक लगभग पांच सौ से ज्यादा डाक्टरों को अपने झांसे में लेकर लगभग पचीस लाख रुपए की ठगी कर चुके हैं।
