हाइलाइट
- तुर्की ने दुनिया के पहले लेजर से लैस ड्रोन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया
- ड्रोन में लगा लेजर आधा किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम है
- यह ड्रोन अधिकतम 3000 मीटर की ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है।
अंकारा
तुर्की के पास दुनिया का पहला लेजर से लैस ड्रोन का सफल परीक्षण कर लिया है। इस ड्रोन में लगा लेजर आधा किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। Eren नाम के इस ड्रोन को तुर्की की रक्षा कंपनियों Tubitak और Asisguard ने विकसित किया है. यह ड्रोन अधिकतम 3000 मीटर की ऊंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है।
आधा किलोमीटर दूर से किया हमला
तुर्की के राजनेता अयकुत एर्दोगाडु ने अनादोलु समाचार एजेंसी को बताया कि परीक्षण के दौरान 500 [1,600 फीट]सफल शॉट 300 और 100 मीटर की दूरी से दागे गए। एरिना ड्रोन को लेजर हथियारों का उपयोग करके एक निश्चित दूरी से बम और गोला-बारूद जैसे विस्फोटक उपकरणों को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले दिनों में इस ड्रोन का निर्यात भी किया जा सकता है। रक्षा विशेषज्ञ अब्दुल्ला सिफ्टी ने ट्विटर पर ड्रोन की तस्वीर साझा की।
छोटी-छोटी लड़ाइयों में घातक हथियार साबित हो रहे हैं ड्रोन
पिछले कई वर्षों में, छोटे क्षेत्रीय संघर्षों में ड्रोन के उपयोग ने इसकी उपयोगिता साबित की है। इसलिए आज के दौर में ड्रोन को युद्ध के मैदान के नए रणनीतिक और कारगर हथियार के तौर पर देखा जा रहा है. अर्मेनिया-अज़रबैजान युद्ध के दौरान ड्रोन का व्यापक रूप से उपयोग किया गया था। युद्ध में ड्रोन के इस्तेमाल और प्रभाव को देखकर अमेरिका और रूस भी हैरान रह गए। इस युद्ध के बाद दुनिया भर की सेनाएं दुश्मनों के खिलाफ युद्ध के लिए ड्रोन सेना तैनात कर रही हैं।
तुर्की की ड्रोन तकनीक को लेकर यूएस-यूके भी चिंतित
अमेरिका, रूस और ब्रिटेन के कई सैन्य अधिकारियों ने तुर्की और चीन में बने ड्रोन को लेकर गंभीर चिंता जताई है. सीरिया में ब्रिटेन के रक्षा सचिव बेन वालेस तुर्की ड्रोन इसको लेकर बेहद सख्त बयान दिया गया है। उन्होंने तब कहा था कि तुर्की निर्मित ड्रोन वैश्विक भू-राजनीतिक स्थिति को बदल रहे हैं। तकनीकी प्रगति और वैश्विक प्रतिस्पर्धियों ने सस्ता विकल्प बनाया है।
दुनिया भर में मशहूर तुर्की के ड्रोन
यही वजह है कि तुर्की को अब अपने ड्रोन के कई खरीदार मिल रहे हैं। पिछले साल तुर्की ने दुनिया के सामने अपने Bayraktar TB2 सशस्त्र ड्रोन का प्रदर्शन किया था। तुर्की का टीबी-2 अमेरिकी एमक्यू-9 की तुलना में हल्का हथियारों से लैस है। इसे चार लेजर गाइडेड मिसाइलों से लैस किया जा सकता है। रेडियो गाइडेड होने के कारण इस ड्रोन को 320 किमी की रेंज में ऑपरेट किया जा सकता है।
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