आलमबाग,
पुरानी पेंशन बहाली सहित चार सूत्रीय मांगों को लेकर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने हजारों की संख्या में एकत्र होकर उत्तर प्रदेश पचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारियों सघ के बैनर तले लखनऊ आलमबाग स्थित इको गार्डन में मंगलवार सुबह अपनी मांगों को लेकर विशाल प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव से वार्ता की मांग पर अडे रहे। प्रदर्शन के दौरान संघ के प्रदेश अध्यक्ष क्रान्ति सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर लम्बे अरसे से मुख्यमंत्री, विभागीय मंत्री को ज्ञापन प्रेषित करते रहे । लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। जबकि पंचायती राज में लगभग एक लाख आठ हजार ग्रामीण सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं। वहीं संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना काल के दौरान हमने जान की बाजी लगाकर जन सेवा की। तब हमें कोरोना योद्धा का खिताब दिया गया और आज सरकार हमे अनदेखा कर रही है। वहीं अपनी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हमारी मागे
पंचायती राज विभाग में कार्यरत सफाई कर्मचारियों की विभागीय नियमावली बनाई जाए, पंचायती राज विभाग में कार्यरत सफाई कर्मचारियों की पदोन्नति, पंचायती राज विभाग में कार्यरत सफाई कर्मचारियों का पदनाम पंचायत सेवक किया जाए, प्रधान के नियन्त्रण से मुक्त किया जाए है। वहीं प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हमारी मागे नहीं मानी गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।