प्रयागराज, । दमन एंड दिऊ में हुए दोहरे हत्याकांड में 50 हजार के इनामी शमशाद उर्फ समीर को बुधवार शाम स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने दबोच लिया। वह तीन साल से फरार चल रहा था। अभियुक्त प्रतापगढ़ के कंधई थाना क्षेत्र स्थित सोनाही गांव का रहने वाला है। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में रेलवे स्टेशन के पास से उसे तब गिरफ्तार किया गया, जब वह दूसरे शहर भागने की फिराक में था।सीओ एसटीएफ नवेंदु कुमार ने बताया कि समीर कई साल पहले अपने गांव के अलीम के साथ कोलकाता गया और खलासी का काम करने लगा। फिर वह मोहम्मद अनीस के संपर्क में आया दमन दिउ चला गया। इसी दौरान उसकी मुलाकात नूर मोअज्जम से हुई जो ड्राइवर था। उसके साथ साजिद अली उर्फ मंगता और जय प्रकाश पांडेय उर्फ पकिया भी गाड़ी चलाने का काम करते थे, साथ ही अवैध शराब व स्क्रैप का भी काम करते थे। इस अवैध कारोबार में गैंगस्टर की घुसपैठ रहती है। वहीं पर स्क्रैप का धंधा करने वाला दीपक भाई भी रहता है। इस काम में हर माह 30 लाख रुपये का फायदा होता था। अजय पटेल और उसके साथियों ने 2013 में दीपक की हत्या कर दी। उसकी हत्या का बदला लेने के लिए अजय पटेल की हत्या की सुपारी मिली। फिर एक अप्रैल 2018 को शमशाद और उसके छह साथियों ने अजय पटेल और उसके साथी धीरेंद्र पटेल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के बाद शमशाद फरार हो गया। गिरफ्तारी नहीं होने पर 50 हजार का इनाम घोषित किया था। दमन दिउ पुलिस ने अभियुक्त को पकड़ने में एसटीएफ प्रयागराज इकाई की मदद मांगी थी। बुधवार को अभियुक्त के बारे में सुराग मिलने पर दारोगा वेद प्रकाश पांडेय और अनिल सिंह की टीम ने पकड़ लिया। उसे सिविल लाइंस थाने में दाखिल किया गया है। गुरुवार को दमन दिउ पुलिस अभियुक्त को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर जाएगी।
