बलिया, । एयरफोर्स कारपोरल काे हनी ट्रैप की तर्ज पर शिकार बनाया गया है। पीड़ित ने आरोपितों के कहने पर चार बैंक खातों में कुल साढ़े 12 लाख रुपये भेजने की बात कही है। उसने कम से कम दस हजार तो अधिकतम डेढ़ लाख की धनराशि ट्रांसफर की थी। अधिकांश तौर पर 25 हजार की धनराशि भेजी थी। अब मामले की उच्चस्तरीय जांच से ही ब्लैकमेलिंग का पूरा मामला खुल सकेगा। पीड़ित ने पुलिस से उच्चस्तरीय जांच की मांग भी की है। धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज है। फिलहाल दारोगा को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। विवेचना आगे बढ़ाने के लिए वादी का बयान दर्ज करना पड़ेगा। इसके लिए उनके आने का इंतजार पुलिस कर रही है। पुलिस शुरुआती जांच के दौरान मुकदमे में सामने आए करीब पांच मोबाइल नंबरों को ट्रेस कर रही है। काल डिटेल्स खंगाली जा रही है। मुकदमे में 20 नामजद आरोपित हैं। इस प्रकरण के सामने आने के बाद गांव में हड़कंप मच गया है।उभांव थाना क्षेत्र के मोलनापुर गांव निवासी धर्मेंद्र राजभर एयरफोर्स में पश्चिम बंगाल कलाईकुंडा में कारपोरल पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने कई डाक्टरों समेत गांव के करीब 20 नामजद लोगों पर गिरोह बनाकर हनी ट्रैप करने और करीब 12.5 लाख रुपये की धनउगाही करने का आरोप लगाया है। इस ब्लैकमेलिंग में पीड़ित ने करीब 20 लाख रुपये डूबने की बात कही है। उभांव थाने के दारोगा राघवराम यादव विवेचना कर रहे हैं।थाने पर शिकायती पत्र मिलने पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया। हर बिंदु पर नजर रखते हुए मामले की जांच की जा रही है। विवेचना में जो सामने आएगा उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी।पीड़ित ने बताया कि यह गिरोह कई जिलों में सक्रिय है। उसने मेरे अलावा कई डॉक्टर व इंजीनियर को निशाना बनाया है। इसलिए प्रकरण की गहराई से जांच की जानी चाहिए।